Thursday , May 2 2024

आयुष्मान योजना है दान योजना इलाज़ की नही होती गारंटी कहकर मरीज़ को निकाल दिया बाहर

रिपोर्टर शमा सलमानी

काशीपुर।आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को निजी अस्पतालों में बेहतर इलाज मिल सके, इसके लिए पीएम मोदी द्वारा आयुष्मान योजना की शुरुआत की गयी,लेकिन जनपद उधम सिंह नगर के काशीपुर के निजी अस्पतालों ने इस योजना को अपनी कमाई का जरिया बना लिया, और योजना में तमाम तरीके से फर्जीवाड़ा कर सरकार को लाखों का चूना तक लगाया जा चुका है,कई अस्पताल अब आयुष्मान योजना से ब्लैक लिस्ट हैं, तो कई पर कार्यवाही की तलवार लटकी हुई है, वहीं अब ताजा मामला स्पर्श अस्पताल का सामने आया है, जहां अस्पताल ने आयुष्मान योजना से इलाज पूरा होना तो दिखा दिया लेकिन इलाज पूरा ही नहीं किया, और मरीज को फिर दर दर भटकने पर मजबूर कर दिया, क्या है पूरा मामला देखिये हमारी ये रिपोर्ट।

योजनाओं से भी लाभ कमाने की चाह में निजी अस्पताल पूरा खेल खेल रहे हैं, एसा ही मामला सामने आया है काशीपुर के स्पर्श हॉस्पिटल में, जहां आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बबीता ने आयुष्मान योजना के तहत अपना रसौली का इलाज स्पर्श हॉस्पिटल में कराया आयुष्मान योजना के तहत कराया, और डॉ शिवानी सिंघल द्वारा रसोली का ऑपरेशन भी किया गया, जिसके कुछ दिन बाद ही बबीता को ऑपरेशन के बाद दिक्कतें आने लगी, और वह पहले से ज्यादा बीमार होने लगती है दोबारा इलाज के लिए जब हॉस्पिटल में लाया गया तो अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर द्वारा अपनी लापरवाही छुपाने के लिए मरीज को कई दिनों तक गुमराह किया गया, वहीं बबिता की हालत लगातार बिगड़ती चली गयी, आराम न मिलने पर बबीता ने जब दोबारा अल्ट्रासाउंड कराया तो पता चला कि डॉक्टर की लापरवाही के चलते ऑपरेशन के दौरान कुछ कमियां रह गयी,  जिसके बाद बबीता के परिजनों ने डॉ शिवानी सिंघल से मरीज को बचाने की बात कहीं तो डा.शिवानी ने कहीं और इलाज कराने की नसीहत देते हुए खर्च देने तक की बात कह डाली, वहीं जब बबीता का इलाज किसी और अस्पताल में हुआ और परिजनों ने डॉक्टर से इलाज का खर्च मांगा तो डॉ शिवानी अपनी बात से मुकर गयी, आयुष्मान योजना को दान योजना बताकर इस योजना में इलाज की कोई गारंटी नहीं होती ये कहकर मरीज के परिजनों को अस्पताल से बाहर निकाल दिया।

दर दर की ठोकरें खाने के बाद मरीज के परिजनों ने अब कानूनी रास्ता अपनाया है और काशीपुर एसडीएम को लिखित रूप में शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है तो वहीं काशीपुर एसडीएम अभय प्रताप का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है और जो भी जांच में तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

निजी अस्पतालों की मनमानी और डॉक्टरों की लापरवाही का ये पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं लेकिन कार्यवाही का चाबुक सिर्फ गरीबों पर ही पड़ता है, वहीं इलाज में लापरवाही और योजना के दुरुपयोग को लेकर देखना होगा कि प्रशासन कब तक कार्यवाही करता है।