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गरीबों के शिक्षित बच्चे ही अपने परिवार को गरीबी से दिला सकते हैं मुक्ति : सीएम मान

भगवंत मान ने समागम में महिलाओं को की अपील, अपने बच्चों को पढाओ, मैरिट के आधार पर नौकरी देना सरकार का काम, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के क्षेत्र में सेवा सबसे बड़ी सेवा: भगवंत मान

सतगुरु श्री ब्रह्मानंद जी महाराज भूरीवाले द्वारा की गई सेवा का किसी भी करंसी में मूल्य नहीं लगाया जा सकता- भगवंत मान

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सतगुरु श्री ब्रह्मानंद जी महाराज भूरीवाले को उनकी बरसी (पुण्यतिथि के अवसर पर) पर बलाचौर के पोजेवाल में अर्पित की श्रद्धांजलि

खबर खास, चंडीगढ़/नवांशहर :

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को बलाचौर के पोजेवाल में सतगुरु श्री ब्रह्मानंद महाराज भूरीवाले की बरसी (पुण्यतिथि) कार्यक्रम में भाग लिया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मान ने आचार्य स्वामी चेतना जी महाराज का आशीर्वाद भी लिया। उन्होंने कहा कि स्वामी जी ने उनसे कहा था कि ईमानदारी से काम करते रहो और ईमानदारी से बड़ी कोई पूंजी नहीं है।

इस अवसर पर संगत को संबोधित करते हुए सीएम भगवंत मान ने कहा कि वह बेहद भाग्यशाली हैं कि उन्हें इतने महान संतों की संगति में रहने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि इस संस्थान ने शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दिया है और इन तीनों क्षेत्रों की सेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं है। गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा का कार्य सबसे बड़े पुण्यों में से एक है।

मान ने कहा कि यह संस्थान ऐसे समय में पीजीआई में लंगर उपलब्ध करा रहा है जब किसी का अपना परिवार और रिश्तेदार उसे त्याग देते हैं। हमें गुरु नानक जी का आशीर्वाद है, जिन्होंने मात्र 20 रुपये से लंगर शुरू किया था और आज भी जब भी कोई संकट आता है तो गुरु नानक का लंगर लोगों के लिए मौजूद रहता है। उन्होंने कहा कि वह खुद अपने घर पर पक्षियों के लिए पानी और सतनाजा (सात अनाज का मिश्रण) रखते हैं। मान ने कहा कि माता-पिता की सेवा करना तीर्थयात्रा के समान है। उन्होंने कहा कि ऐसे संस्थान हमें गरीबों, माता-पिता, निरीह पशु-पक्षियों की सेवा करने की प्रेरणा देते हैं।

मान ने कहा कि वह अक्सर भगवान से प्रार्थना करते हैं कि वह कभी भी ऐसा कोई फैसला न लें जिससे किसी व्यक्ति या किसी परिवार की आजीविका को नुकसान पहुंचे। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि वह मुझे अपने लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने में सक्षम बनाए। उन्होंने कहा कि जब इस तरह के संस्थान लोगों और समाज की सेवा करने के हमारे प्रयास में मदद के लिए आते हैं, तो हम और अधिक उत्साह और शक्ति के साथ काम करने में सक्षम होते हैं।

मान ने महिलाओं से अपील की कि वे अपने बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि हमें गरीबी से कोई मुक्ति नहीं दिला सकता। गरीबों के शिक्षित बच्चे ही अपने परिवार को गरीबी के चंगुल से मुक्त करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मृत्यु के बाद व्यक्ति के साथ कुछ भी नहीं जाता। इसलिए धन इकट्ठा करने या दूसरों का हक लूटने वालों का कोई वजूद नहीं रहता है। याद केवल उन महान आत्माओं को ही किया जाता है जिन्होंने लोगों की सेवा की है।

इस मौके मुख्यमंत्री भगवंत मान ने संगत के साथ बैठ कर लंगर ग्रहण किया, इस समय उनके साथ डिप्टी स्पीकर जै कृष्ण सिंह रौड़ी, कैबिनेट मंत्री ब्रह्म शंकर जिम्पा, कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस, विधायक संतोष कटारिया, विधायक दिनेश चड्ढा, मुख्य प्रवक्ता और उम्मीदवार मलविन्दर सिंह कंग भी उपस्थित थे।