Tuesday , May 7 2024

पंजाब : फरार शूटर राजू अपने 10 गुर्गों के साथ गिरफ्तार, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के अलग हिस्सों से पंजाब पुलिस ने किया गिरफ्तार

केंद्रीय एजेंसियाँ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सहयोग से एजीटीएफ पंजाब की 12 टीमों ने 48 घंटों में इस कार्यवाही को दिया अंजाम: डीजीपी यादव
पुलिस टीमों ने उनके कब्ज़े से गन हाऊस से चोरी की गई डबल बैरल राइफल समेत चार हथियार किए बरामद
गिरफ़्तार किए गए व्यक्तियों में राजू शूटर को अस्पताल से भगाने वाले तीन व्यक्ति शामिल: एआईजी 
खबर खास, चंडीगढ़ :

पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने केंद्रीय एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ साझे ऑपरेशन के दौरान बड़ी सफलता हासिल करते हुए पंजाब और जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों में 48 घंटों तक चले ऑपरेशन के दौरान तरनतारन के सिविल अस्पताल से फरार गैंगस्टर चरनजीत सिंह उर्फ राजू शूटर को उसके 10 गुर्गों को गिरफ़्तार किया है।

यह जानकारी आज यहां डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने दी। पुलिस टीमों ने उनके पास से डबल बैरल राइफल, जो 28 फरवरी, 2024 को तरनतारन स्थित मीत गन हाऊस से चोरी हो गई थी, और तीन पिस्तौलों समेत 26 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान तरनतारन के गांव पिधी निवासी हुसनप्रीत सिंह उर्फ हुसन, गांव बछड़े निवासी गुलाब सिंह उर्फ गुलाब, मुहल्ल जसवंत सिंह निवासी अमृतपाल सिंह उर्फ चिड़ी, गांव लोका निवासी बलजिंदर सिंह उर्फ लोका, अजनाला निवासी बॉबी, तरनतारन के ठाठियां महतां निवासी लवप्रीत सिंह उर्फ लव, अमृतपाल सिंह उर्फ संदीप सिंह और सज्जन उर्फ कालू , श्री मुक्तसर साहिब के गांव श्री पिंड वडिया निवासी सुखचैन सिंह उर्फ मौगली और हरमेश सिंह उर्फ चीचू के तौर पर हुई है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक गैंगस्टर राजू शूटर माझा क्षेत्र में मुख्य तौर पर तरनतारन, अमृतसर और अमृतसर ग्रामीण समेत जिलों में सक्रिय एक संगठित अपराधी गिरोह का सरगना है। गिरफ़्तार किए गए सभी मुलजिम इरादत्न कत्ल, डकैती, नशा तस्करी समेत आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे। उल्लेखनीय है कि सितम्बर 2023 में इस गिरोह द्वारा गाँव ढोटियां, तरनतारन में बैंक को लूटने की असफल कोशिश की गई थी, जिसमें आरोपियों द्वारा गोलीबारी के दौरान एक पुलिस कर्मचारी गंभीर रूप में जख़़्मी हो गया था। 16 अप्रैल , 2024 को राजू शूटर के साथी सिविल अस्पताल तरनतारन जहाँ उसका इलाज चल रहा था, से उसे फऱार करके ले गए थे।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि भरोसेमन्द सूचना पर कार्यवाही करते हुए एडीजीपी प्रमोद बान के नेतृत्व वाली एजीटीएफ पंजाब ने गैंगस्टर राजू शूटर और उसके गुर्गों का पता लगाने के लिए एआईजी सन्दीप गोयल की निगरानी अधीन 12 पुलिस टीमें गठित कीं। डीएसपी राजन परमिन्दर, डीएसपी बिक्रमजीत सिंह बराड़, डीएसपी हरमिन्दर सिंह और डीएसपी जसपाल सिंह भी इस कार्यवाही में शामिल थे।
डीजीपी ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा इस ऑपरेशन को पूरा करने में भरपूर सहयोग देने के लिए उनका धन्यवाद करते हुए कहा कि 48 घंटे से अधिक समय तक चले ऑपरेशन, जिसमें सूझ-समझ के साथ ख़ुफिय़ा जानकारी एकत्र करने, तकनीकी विश्लेषण और तुरंत कार्यवाही शामिल थी, इस दौरान पंजाब और जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों से गैंगस्टर राजू शूटर और उसके 10 गुर्गों को गिरफ़्तार किया गया।
अधिक विवरण देते हुए एआईजी सन्दीप गोयल ने बताया कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि राजू शूटर के छह गुर्गों ने उसे अस्पताल से भागने में मदद की थी।
उन्होंने बताया कि राजू शूटर को अस्पताल से भागने में मदद करने वाले छह मुलजिमों में से पुलिस ने तीन मुलजिमों गुलाब सिंह, हुसनप्रीत सिंह और अमृतपाल सिंह उर्फ चिड़ी को गिरफ़्तार कर लिया है, जबकि बाकी तीन सहायकों को गिरफ़्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है।