नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश की बहुचर्चित अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव जीतने वाले कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल, किशोरी लाल के नॉमिनेशन फॉर्म के एफिडेविट में एक बड़ी गलती हुई है. उनके नॉमिनेशन फॉर्म में लोकसभा चुनाव 18वीं के स्थान पर 17वीं लिखा हुआ है. यह सोशल मीडिया पर वायरल है.
किशोरी लाल के नॉमिनेशन फॉर्म के एफिडेविट के वायरल होने के बाद उनकी मुश्किलें बढऩे की बात कही जा रही है. सवाल उठ रहा है कि चुनाव आयोग इसको लेकर किशोरी लाल पर क्या कार्रवाई करता है? सवाल यह भी पूछे जा रहे हैं कि क्या उनकी सांसदी जाएगी?
लोकसभा चुनाव लड़ने वाले किसी भी उम्मीदवार के नामांकन पत्रों और उसके एफिडेविट की जांच चुनाव आयोग करता है. लेकिन, चुनाव आयोग के अधिकारी किशोरी लाल की इस गलती को पकड़ नहीं पाए. अमेठी लोकसभा सीट से किशोरी लाल चुनाव जीत गए. आयोग ने कांग्रेस नेता को प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया.
लोकसभा चुनाव लड़ने वाले सभी उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल करते हैं. चुनाव आयोग उम्मीदवारों से जानकारी मांगता है. उम्मीदवार नॉमिनेशन फॉर्म और एफिडेविट के जरिए जानकारियों को साझा करते हैं. प्रत्याशी के सभी दस्तावेजों की जांच निर्वाचन आयोग करता है. चुनाव आयोग को किसी भी दस्तावेज में कोई भी गड़बड़ी या फिर वह संदिग्ध लगता है तो ऐसे में चुनाव आयोग उस प्रत्याशी की उम्मीदवारी को भी रद्द कर सकता है.
बता दें कि 17वीं लोकसभा में अमेठी संसदीय सीट से कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी ने भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी के खिलाफ चुनाव लड़ा था. नतीजों में राहुल गांधी को स्मृति ईरानी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था.
वहीं, 18वीं लोकसभा में इंडिया गठबंधन की तरफ से किशोरी लाल को चुनावी मैदान में उतारा गया. इस चुनाव में भाजपा ने स्मृति ईरानी को किशोरी लाल के खिलाफ चुनाव लड़वाया. लेकिन, इस बार चुनाव में भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री रहीं स्मृति ईरानी को किशोरी लाल से शिकस्त मिली. किशोरी लाल ने उन्हें 1,67,196 मतों के अंतर से हराया.