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नाजायज शराब, नकदी, नशीले पदार्थों, हथियारों और अन्य ग़ैर-कानूनी वस्तुओं की आमद को रोकने के लिए चुनाव आचार संहिता की सख़्ती से पालना के साथ-साथ फ्लाइंग स्क्वाड, आबकारी टीमों का गठन और सरहदी जांच चौकियाँ स्थापित करने के निर्देश
’इस बार 70 पार’ के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए ज़िला अधिकारियों को ठोस योजना तैयार करने के लिए कहा
गर्मी के मद्देनज़र सभी पोलिंग स्टेशनों पर ज़रूरी सहूलतें यकीनी बनाने की हिदायत
राज्य में सभी उम्मीदवारों की सुरक्षा यकीनी बनाने के भी दिए निर्देश
खबर खास, चंडीगढ़:
राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतमयी मतदान यकीनी बनाने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिबिन सी ने आज सभी ज़िला निर्वाचन अफ़सरों-कम-डिप्टी कमिशनरों, पुलिस कमिशनरों और एस. एस. पीज़ के साथ उच्च-स्तरीय मीटिंग की। मीटिंग के दौरान उन्होंने राज्य में 1 जून, 2024 को पड़ने वाली वोटों सम्बन्धी ज़िला स्तर पर किये गए प्रबंधों का जायज़ा लिया।
वीडियो कानफरंसिंग के द्वारा समीक्षा मीटिंग करते हुये सिबिन सी ने अधिकारियों को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किये गए सभी दिशा-निर्देशों की सख़्ती के साथ पालना को यकीनी बनाने के लिए कहा। उन्होंने राज्य भर में नशीले पदार्थों, नकदी, हथियार, और अन्य ग़ैर कानूनी वस्तुओं की आमद को रोकने के लिए आदर्श चुनाव आचार संहिता की सख़्ती से पालना के साथ-साथ उड़न दस्तों और आबकारी टीमों के गठन सहित सरहदी जांच चौकियाँ स्थापित करने पर ज़ोर दिया।
वोटों वाले दिन संभावित गर्मी के मद्देनज़र सिबिन सी ने अधिकारियों को अपने-अपने जिलों में सभी पोलिंग स्टेशनों पर ज़रूरी सहूलतें यकीनी बनाने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने आगे कहा कि निष्पक्ष और शांतमयी चुनाव प्रक्रिया को यकीनी बनाते हुये ’इस बार 70 पार’ के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हर संभव कदम उठाए जाएँ।
सिबिन सी ने अधिकारियों को पोलिंग बूथों पर वोटरों की सुविधा के लिए अलग-अलग सुविधाओं जैसे कि वोटरों को आकर्षित करने के लिए गुलाबी और हरे रंग के पोलिंग बूथों के साथ-साथ नौजवानों और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए अलग बूथ लगाने के लिए भी कहा। इसके साथ ही उन्होंने दिव्यांग वोटरों के लिए विशेष सहूलतों का प्रबंध करने के साथ-साथ राज्य भर के हर पोलिंग स्टेशन पर कम से कम एक व्हीलचेयर की उपलब्धता यकीनी बनाने के लिए भी कहा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने अधिकारियों को सभी उम्मीदवारों की सुरक्षा को यकीनी बनाने और अमन- कानून की स्थिति कायम रखने के निर्देश भी दिए। इस मौके पर उन्होंने केंद्रीय बलों की तैनाती और अन्य प्रबंधों का जायज़ा लिया। इसके साथ ही उन्होंने ज़िला अधिकारियों से वोटर सूचियों की अंतिम प्रकाशना की स्थिति और वोटर स्लिपों के वितरण के प्रबंधों के बारे भी जानकारी माँगी।
मीटिंग के दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आयोग की हिदायतों अनुसार पोस्टल बैलटों की प्राप्ति के प्रबंधन, स्ट्रांग रूमों में सुरक्षा प्रबंधों और सी. सी. टी. वी/ वीडीओग्राफी सैट्टअप्प के लिए उचित प्रबंधों की समीक्षा भी की। उन्होंने गिनती केन्द्रों में हरेक टेबल पर माईक्रो-ऑब्ज़रवर तैनात करने और काऊंटिंग हालों में उचित प्रबंध यकीनी बनाने की महत्ता पर भी ज़ोर दिया।
सिबिन सी ने गिनती केन्द्रों के अंदर और बाहर बैरीकेडिंग और गिनती केन्द्रों तक ई. वी. एम. मशीनें लेकर जाने वाले रास्तों का जायज़ा भी लिया। उन्होंने अधिकारियों को यह यकीनी बनाने के लिए कहा कि आयोग की हिदायतों अनुसार वी. वी. पी. ए. टी. पेपर स्लिपों की तस्दीक के लिए इन क्षेत्रों को उचित ढंग के साथ सैनीटाईज़ करने के लिए ज़रुरी कदम उठाए जाएँ। उन्होंने पोलिंग स्टेशनों पर इन्टरनेट के लिए उचित प्रबंध करने के लिए भी कहा।
उन्होंने अधिकारियों को “ऐनकोर“ एप पर वोटर टर्न-आउट डाटा दाखि़ल करने के लिए सुचारू प्रबंध करने के लिए कहते हुये दफ़्तर, मुख्य निर्वाचन अधिकारी को वैबसाईट के द्वारा समय पर रिपोर्टें भेजने के निर्देश भी दिए जिससे पोलिंग डाटा को उचित ढंग के साथ इकट्ठा किया जा सके।
इस मौके पर कानून और व्यवस्था संबधी विशेष डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस अर्पित शुक्ला ने भी ज़िला पुलिस अधिकारियों को हिदायत की कि वह सभी राजनैतिक पार्टियों और उम्मीदवारों के लिए एक समान माहौल यकीनी बनाने के साथ-साथ मतदान के दौरान डराने-धमकाने और भम्रित करने की कार्यवाहियों पर नजदीकी नज़र रखते हुये राज्य में अमन कानून की स्थिति को कायम रखें।
मीटिंग के दौरान अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी हरीश नैयर और अभिजीत कपलिश, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी सकत्तर सिंह बल्ल और मुख्य निर्वाचन अधिकारी दफ़्तर के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।