IPL 2024 के लीग राउंड के पहले फेज में जहां रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की टीम का भाग्य भी उनसे रूठा हुआ था और टीम को पहले आठ मैचों में महज एक जीत नसीब हुई थी। आरसीबी ने लगातार छह मैच गंवा दिए थे और प्लेऑफ में पहुंचना उनके लिए लगभग नामुमकिन सा हो गया था। 21 अप्रैल को आरसीबी को कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने अपने होम ग्राउंड ईडन गार्डन्स पर एक रन से हराया था। इस हार ने आरसीबी को झगझोर कर रख दिया था। मैच लगभग आरसीबी के पक्ष में था, लेकिन किस्मत ने उस दिन केकेआर का साथ दिया और एक रन के अंतर से श्रेयस अय्यर एंड कंपनी ने मैच अपने नाम कर लिया। आईपीएल 2024 की शुरुआत से ही विराट कोहली धमाकेदार प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन उन्हें बाकी बैटर्स का साथ नहीं मिल पा रहा था। केकेआर के खिलाफ उस एक रन की हार ने मानो आरसीबी की टीम में जान फूंक दी और उन्हें यह समझा दिया कि वो मैच जीत सकते हैं। क्योंकि इससे पहले की पांच हार जो आरसीबी को मिली थी, वो काफी कुछ एकतरफा थी। आईपीएल 2024 में अभी तक आरसीबी इकलौती ऐसी टीम है, जिसने बैक टू बैक पांच जीत दर्ज कर ली है। चलिए समझते हैं कि लगातार छह हार के बाद लगातार पांच जीत के पीछे का रहस्य क्या है।
1- सिर्फ विराट पर आश्रित नहीं है आरसीबी- आईपीएल 2024 के शुरुआती मैचों में विराट कोहली को दूसरे छोर से ज्यादा साथ नहीं मिल पा रहा था और विकेट जल्द गिरने पर उनका भी स्ट्राइक रेट गिर जा रहा था। लेकिन पिछले पांच मैचों में रजत पाटीदार, कैमरन ग्रीन और विल जैक्स ने मिलकर मिडिल ऑर्डर को काफी मजबूती दी है और इसका फायदा निश्चित तौर पर आरसीबी को मिलता नजर आ रहा है।
2- लकी चार्म बनकर आए स्वप्निल सिंह– 33 साल के स्वप्निल सिंह ने जब से आरसीबी के प्लेइंग XI में इस सीजन में एंट्री मारी है, तब से आरसीबी ने एक भी मैच नहीं गंवाया है। फैन्स तो यहां तक कह रहे हैं कि स्वप्निल ही आरसीबी के लिए इस सीजन में लकी चार्म का काम कर रहे हैं। लेकिन यहां बात सिर्फ लकी चार्म होने की नहीं है, स्वप्निल ने अपनी बॉलिंग से अंतर भी पैदा किया है, इतना ही नहीं बैटिंग में भी उन्होंने भले ही छोटी, लेकिन कुछ इम्पैक्ट डालने वाली पारियां खेलीं। स्वप्निल के आने से आरसीबी की बॉलिंग को एक अलग धार मिल गई है।
3- हर जीत में अलग मैन ऑफ द मैच- 25 अप्रैल को आरसीबी ने सनराइजर्स हैदराबाद को 35 रनों से हराया था, और तब मैन ऑफ द मैच बने थे, रजत पाटीदार, जिन्होंने 20 गेंदों पर 50 रन ठोके थे। इसके बाद 28 अप्रैल को आरसीबी ने गुजरात टाइटन्स को 9 विकेट से पीटा था, विल जैक्स ने 41 गेंद पर नॉटआउट 100 रन बनाए थे और प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए थे। इसके बाद आरसीबी ने 4 मई को गुजरात टाइटन्स को अपने होम ग्राउंड पर एक बार और हराया। इस चार विकेट से जीत में प्लेयर ऑफ द मैच बने थे मोहम्मद सिराज। 9 मई को पंजाब किंग्स के खिलाफ धर्मशाला में मिली 60 रनों की जीत में प्लेयर ऑफ द मैच बने थे विराट कोहली। विराट ने 92 रनों की पारी खेली थी। वहीं दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 47 रनों की जीत में कैमरन ग्रीन अपने ऑलरआउंड खेल के लिए मैन ऑफ द मैच बने।
4- ऐसे बदला माइंडसेट- विराट कोहली और मोहम्मद सिराज दोनों ने इसको लेकर बात की है कि कैसे आरसीबी का माइंडसेट बदल गया है। विराट ने कहा था कि टीम अब पॉइंट्स टेबल की ओर देख ही नहीं रही है और अपने सेल्फ रिस्पेक्ट और फैन्स के लिए खेल रही है। वहीं सिराज ने भी कहा कि प्लेऑफ में पहुंच गए तो अच्छा नहीं तो… लेकिन खेलना अटैकिंग माइंडसेट से ही है।
5- बैटर्स को बॉलर्स का मिला पूरा सपोर्ट- आरसीबी के लिए आईपीएल 2024 में बैटर्स तो पहले से अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन बॉलिंग में ऐसा लग रहा था कि आरसीबी के गेंदबाज एक-एक विकेट के लिए तरस रहे थे, लेकिन पिछले लगातार तीन मैचों में आरसीबी ने विरोधी टीम को ऑलआउट किया है और यह दर्शाता है कि किस तरह से गेंदबाजों ने आरसीबी को आईपीएल 2024 में वापसी दिलाई है।
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