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पंजाब में किसान आंदोलन की मार, रेल यात्री हो रहे परेशान, 1 ही दिन में रद्द की 20 ट्रेनें, यहां देखें सूची

नई दिल्ली. किसान आंदोलन का असर उत्तर पश्चिम रेलवे की ट्रेनों पर बढ़ता जा रहा है. हालात यह है कि बीते पांच दिनों में इसके कारण 50 से ज्यादा रेलें प्रभावित हुई है. रोजाना ट्रेनों या तो रद्द किया जा रहा है या फिर उनका मार्ग बदला जा रहा है. मंगलवार को भी किसान आंदोलन के चलते एक ही दिन में करीबन 20 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. इससे खासतौर पर पंजाब और हरियाणा जाने वाले रेलयात्रियों को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

किसान आंदोलन का सबसे ज्यादा असर पिछले 2 दिनों में ज्यादा नजर आया है. किसान आंदोलन का असर दूसरे रेलवे जोन की बजाय उत्तर मध्य रेलवे (एनडबलूआर) में ज्यादा हो रहा है. एनडबलूआर जोन की प्रभाव सीमा में हरियाणा का कुछ इलाका भी आता है. इसमें सिरसा, रोहतक और रेवाड़ी शामिल हैं. पंजाब में रेलवे ट्रैक पर चल रहे आंदोलन के कारण ट्रेनों को रोजाना रद्द किया जा रहा है. अकेले 23 अप्रैल को रद्द होने वाली रेलों की संख्या लगभग 20 है. दर्जनों ट्रेनें आंशिक रद्द की गई है.

23 अप्रैल को ये ट्रेनें की गई हैं रद्द

गाड़ी संख्या 04743 हिसार-लुधियाना
गाड़ी संख्या 04572 धुरी-सिरसा
गाड़ी संख्या 14653 हिसार-अमृतसर
गाड़ी संख्या 04573 सिरसा-लुधियाना
गाड़ी संख्या 14815 श्रीगंगानगर-ऋषिकेश
गाड़ी संख्या 04745 चूरू-लुधियाना
गाड़ी संख्या 04571 भिवानी-धुरी
गाड़ी संख्या 04573 सिरसा-लुधियाना
गाड़ी संख्या 04574 लुधियाना-भिवानी
गाड़ी संख्या 04575 हिसार-लुधियाना
गाड़ी संख्या 04576 लुधियाना-हिसार
गाड़ी संख्या 04743 हिसार-लुधियाना
गाड़ी संख्या 04744 लुधियाना-चूरू
गाड़ी संख्या 04745 चूरू-लुधियाना
गाड़ी संख्या 04746 लुधियाना-हिसार
गाड़ी संख्या 04572 धुरी-सिरसा
गाड़ी संख्या 14815 श्रीगंगानगर-ऋषिकेश
गाड़ी संख्या 14816 ऋषिकेश-श्रीगंगानगर

24 अप्रैल को ये ट्रेनें रहेंगी रद्द

गाड़ी संख्या 14654 अमृतसर-हिसार
गाड़ी संख्या 14653 हिसार-अमृतसर
गाड़ी संख्या 04572 धुरी-सिरसा

पंजाब और हरियाणा के लिए दूसरे विकल्प तलाशने पड़ रहे हैं

रेलवे यात्रियों और रेलों की सुरक्षा के लिहाज से पंजाब और हरियाणा जाने वाली रेलों को रद्द कर रहा है. रेलों के रद्दीकरण का ये सिलसिला तब तक लगातार जारी रहेगा जब तक रेलवे ट्रैक के ऊपर किसान बैठे हैं.रेलवे रिजर्व सीटों वाले रेलयात्रियों को उनका रिफंड कर रहा है. लेकिन यात्रियों को अब पंजाब और हरियाणा के लिए दूसरे विकल्प तलाशने पड़ रहे हैं.

यात्रियों का पूरा दबाव निजी और रोडवेज बसों पर आ गया है

ट्रेनों के रद्द होने के कारण यात्रियों का इस समय सारा दबाव निजी और रोडवेज बसों पर आ गया है. जिन यात्रियों के लिए पंजाब और हरियाणा की तरफ यात्रा बेहद जरूरी है वो अब निजी वाहनों या बसों का इस्तेमाल कर रहे हैं. दूसरी तरफ निजी बस ऑपरेटर्स भी हालात पर नजर बनाए हुए हैं. अगर ये आंदोलन पटरियों पर लंबे समय तक खींचता है तो रेलयात्रियों की मुसिबतें बढऩा तय है.