Monday , December 2 2024

आतंकवादी प्रभजीत सिंह जर्मनी दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार

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पंजाब पुलिस ने लुकआउट नोटिस किया था जारी
एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन अधिकारियों ने हिरासत में लिया
केजैडएफ संचालक पर जर्मनी से आतंकियों की भर्ती, सहायता और फंडिग का मॉडयूल चलाने का आरोप
खबर खास, चंडीगढ़/अमृतसर :
आतंकवाद के खिलाफ चल रही मुहिम के दौरान पंजाब पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने जर्मनी आधारित संचालक प्रभजीत सिंह सिद्धू को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल हवाई अड्‌डे से गिरफ्तार कर आतंकवादी भर्ती करने, फंडिंग देने और उनकी सहायता करने वाले मॉडयूल का पर्दाफाश किया है। इस बात की जानकारी आज यहां डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने दी।
डीजीपी ने बताया कि प्रभप्रीत जर्मनी में रह रहा था, इसलिए पंजाब पुलिस ने उसको इस केस में नामज़द करने के उपरांत उसको गिरफ़्तार करने के लिए ब्यूरो ऑफ इमीग्रेशन, नयी दिल्ली के द्वारा उसके खि़लाफ़ लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी करवा दिया था। डीजीपी ने कहा कि बुधवार को आईजीआई एयरपोर्ट दिल्ली के इमीग्रेशन अधिकारियों ने हमें प्रभप्रीत सिंह को हिरासत में लेने संबंधी सूचित किया। इसके उपरांत एसएसओसी अमृतसर की टीम दिल्ली पहुंची और आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 में एसएसओसी अमृतसर को गुप्त सूचना मिली थी कि केजैडएफ आतंकवादी जगदीश सिंह भूरा पंजाब में कुछ नामचीन शख्सियतों को निशाना बनाने की योजना बना रहा है और इस काम को पूरा करने के लिए उसने अपने भारत आधारित साथियों को हथियार और वित्तीय सहायता प्रदान की थी। पंजाब पुलिस ने तेजी से कार्यवाही करते हुए इस मॉड्यूल के चार गुर्गों को गिरफ़्तार करके इसका पर्दाफाश किया और उनके कब्ज़े से हथियार और गोला-बारूद बरामद किये थे। इस सम्बन्धी पुलिस द्वारा गैर-कानूनी गतिविधियों (निवारक) एक्ट (यूएपीए) की धाराएं 13, 17, 18, 18-बी और 20 और हथियार एक्ट की धारा 25 के अंतर्गत 19.12.2020 को थाना स्टेट स्पैशल ऑपरेशन सैल, अमृतसर में एफआईआर नं. 18 के अधीन मामला दर्ज किया गया था।
डीजीपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान गिरफ़्तार किये गए आरोपियों ने खुलासा किया था कि वह वांछित आतंकवादी जगदीश सिंह भूरा और उसके करीबी प्रभप्रीत सिंह के निर्देशों पर काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गिरफ़्तार किये गए आरोपियों ने यह भी खुलासा किया था कि वह नामवर शख्सियतों को निशाना बनाने की योजना बना रहे थे।
इस संबंध में एआईजी एसएसओसी अमृतसर सुखमिन्दर सिंह मान ने बताया कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि दोषी प्रभप्रीत 2017 में वैध वीज़े पर पोलैंड गया था और 2020 में सडक़ के रास्ते से जर्मनी चला गया था और जर्मनी में स्थायी निवास हासिल करने के लिए उसने राजनीतिक शरण के लिए आवेदन किया था। एआईजी ने बताया कि जर्मनी में रहते हुए यह मुलजिम बेल्जियम स्थित केजैडएफ आतंकवादी जगदीश सिंह भूरा के संपर्क में आया और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हो गया। एआईजी ने आगे कहा कि दोषी लक्षित कत्ल की वारदातों और अन्य आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए अपने भारतीय साथी के लिए फंडिंग और हथियारों का प्रबंध करता था।
उनहोंने कहा कि प्रभप्रीत के पूरे नेटवर्क और जिस मॉड्यूल के लिए वह काम कर रहा है, का पर्दाफाश करने के लिए और पूछताछ की जा रही है।
जि़क्रयोग्य है कि पुलिस टीमों ने मुलजिम प्रभप्रीत को अदालत में पेश करके 15 अप्रैल 2024 तक पुलिस रिमांड हासिल कर लिया है।