चंडीगढ़. पंजाब सरकार का बजट सत्र शुक्रवार से शुरू हो गया. विधानसभा की कार्यवाही के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के शुरू होते ही किसान आंदोलन पर भारी हंगामा हो गया. कांग्रेस विधायकों ने गवर्नर की स्पीच बीच में रोक दी. उन्होंने किसान आंदोलन और उसमें शुभकरण की मौत का मामला उठाया.
गवर्नर ने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने. राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि यह बहस का मुद्दा नहीं है. उन्हें अपना अभिभाषण कंप्लीट कर लेने दे. उसके बाद बहस के दौरान आप सभी इसमें भाग ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि बहस के लिए आपके पास उपयुक्त समय होगा, आप जितना मर्जी चाहे बोल सकते हैं. लेकिन कांग्रेसी नेता इसी बात पर अड़े रहे कि पहले तो जीरो एफआईआर को रद्द करके उसे सही तरीके से केस दर्ज किया जाए और हरियाणा सरकार को ताकीद किया जाए कि वह बैरिकेड हटाए, उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग भी की. इसके बाद गवर्नर ने अपने भाषण की पहली और आखिरी लाइन पढ़ी और विधानसभा से चले गए. हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई.