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अयोध्या: रूट डायवर्ट, सुरक्षा में 20 हजार जवान तैनात, अब बाहरी लोगों और गाड़ियों के प्रवेश पर रोक

अयोध्या. 22 जनवरी, सोमवार को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर सभी तरह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. अभिषेक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश की कई बड़ी हस्तियां इस आयोजन का हिस्सा बनने वाली हैं. इसके लिए रामनगरी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए गए हैं. शहर में बाहरी लोगों और गाड़ियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है तो स्थानीय लोगों से बाहर नहीं निकलने की अपील की गई है. यहां के हर एंट्री प्वाइंट पर पुलिस और एटीएस कमांडोज को तैनात कर दिया गया है.

मुख्य आयोजन स्थल पर भी चप्पे-चप्पे पर कड़ी सुरक्षा की गई है. अगले 3 दिन के लिए बाहरी लोगों के अयोध्या में प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई है. हालांकि अयोध्या धाम और शहर में रहने वालों को उनके घर तक जाने की अनुमति दी जाएगी, लेकिन इसके लिए उन्हें पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य होगा. अयोध्या धाम 20 से 22 जनवरी तक हाई सिक्योरिटी जोन में रहेगा. साथ ही पुलिस प्रशासन की ओर से स्थानीय लोगों को रविवार और मंगलवार (21 और 22 जनवरी) को बाहर नहीं निकलने की अपील की गई है.

अयोध्या धाम में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बड़ी संख्या में साधु-संतों, श्रद्धालुओं और अमिताभ बच्चन, मुकेश अंबानी, गौतम अडानी और सचिन तेंदुलकर समेत करीब 8 हजार दिग्गज हस्तियों के आगमन को देखते हुए 20 जनवरी रात 8 बजे से रूट डायवर्ट कर दिया गया है. शनिवार से ही शहर के अंदर बाहरी वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है. साथ ही अब शहर के अंदर यहां रहने वाले लोगों, सरकारी गाड़ियों या फिर आकस्मिक गाड़ियों को ही आने दिया जाएगा. साथ में अनुमति प्राप्त गाड़ियां ही अंदर आ सकेंगी.

अगले 3 दिन तक अयोध्या धाम में रहने वालों को उनके घरों तक जाने की अनुमति रहेगी. साथ ही जिले के अन्य जगहों से अयोध्या कैंट क्षेत्र में आने वालों को आने से नहीं रोका जाएगा. हालांकि इसके लिए उन्हें डायवर्ट किए गए रूट का पालन करना होगा. हालांकि प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे 21 और 22 जनवरी को अपने घरों से बाहर न निकलें ताकि उन्हें दिक्कत का सामना न करना पड़े. साथ ही प्रशासन का सहयोग करने की अपील भी की गई है.

अयोध्या धाम में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षा व्यवस्था में केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ राज्य सुरक्षा और पुलिस एजेंसियों के 20 हजार से अधिक अधिकारी और सुरक्षाकर्मी शामिल किए गए हैं. साथ ही कार्यक्रम के दौरान हवाई खतरों का सामना करने के लिए एक एंटी-ड्रोन सिस्टल स्थापित की गई है. विशेष सुरक्षा समूह (SPG), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के पैरा कमांडो, यूपी आतंकवाद विरोधी दस्ते (ATS) और यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (STF) सहित कई एजेंसियां शामिल हैं.

साथ ही PAC और UPSSF के साथ-साथ इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीम भी सुरक्षा में तैनात है. सुरक्षा के लिए आर्टिफिशियल सर्विलांस (AI) का भी इस्तेमाल किया जाएगा. इस बीच यूपी आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) के जवान शनिवार को सड़कों पर गश्त करते दिखाई दिए. समारोह के लिए यूपी पुलिस ने 3 डीआईजी की तैनाती की है. साथ में यहां पर 17 आईपीएस और 100 पीपीएस स्तर के अधिकारी भी सुरक्षा में लगाए गए हैं. इनके अलावा 325 इंस्पेक्टर, 800 सब इंस्पेक्टर और 1000 से अधिक कांस्टेबल भी तैनात किए गए हैं.