जि़ला प्रशासनिक कॉम्पलैक्स की ‘एक्सपोजर विजि़ट के दौरान प्रशासनिक कार्यों में ली गहरी रूचि
स्कूल ऑफ ऐमिनेंस के विद्यार्थी अपने दौरे के दौरान अपने भविष्य को लेकर उत्सुक दिखे
साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर : विद्यार्थियों को जानकारी देने और उनको अलग-अलग पेशेवर क्षेत्रों, कॅरियर काउंसलिंग और विद्यार्थियों को उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उनका मार्गदर्शन करने में मदद करने के लिए, मोहाली के फेज3 बी 1 के स्कूल ऑफ ऐमिनेंस के ग्यारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने एक्सपोजर विजिट के दौरान आज जि़ला प्रशासनिक कॉम्पलैक्स मोहाली का दौरा किया।
विद्यार्थियों ने डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन के साथ बातचीत करते हुए सिविल सेवाओं में उनके सफऱ के बारे में जानने साथ-साथ पारिवारिक मामलों की देख-रेख के साथ-साथ दफ़्तरी जि़म्मेदारियां निभाने संबंधी भी जानकारी हासिल की।
डिप्टी कमिश्नर ने विद्यार्थियों की उत्सुकता को शांत करते हुए कहा कि हर किसी को अपनी जि़ंदगी में कुछ न कुछ हासिल करने का लक्ष्य रखना चाहिए। उन्होंने आठवीं कक्षा की पढ़ाई के दौरान सिविल सेवाओं में शामिल होने का लक्ष्य निर्धारित कर अपनी कॅरियर यात्रा शुरू की। उसके बाद, उन्होंने अपने पिता जी से प्रेरित लेकर एलएलबीज करने के लिए मन बना लिया और पूरा करने के बाद एक लॉ फर्म जिसने 20 लाख रुपए के सालाना पैकेज की पेशकश की थी, की पेशकश को अपने सपने को पूरा करने के लिए न कर दी। उन्होंने यूपीएससी में शामिल होने की अपनी इच्छा का लक्ष्य बरकरार रखा और अंत में इसको प्राप्त कर लिया।
डिप्टी कमिश्नर ने उनको एक लक्ष्य निर्धारित करने और इसके पूरा होने तक पूरी लगन से इसको प्राप्त करने तक मेहनत करन के लिए कहा। उन्होंने कहा कि वह समय-सारणी तैयार करें और उसके अनुसार अध्ययन करें। अध्ययन करने का सबसे बढिय़ा समय सुबह का है।
परिवार को संभालने के साथ-साथ जि़ला प्रशासनिक प्रमुख की जि़म्मेदारी के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह माँ, पत्नी, बेटी और डिप्टी कमिश्नर की सभी जि़म्मेदारियों को संभाल कर, पेशेवर तौर पर घर और दफ़्तर पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
डिप्टी कमिश्नर ने उनको जि़ला प्रशासनिक अधिकारियों की ड्यूटियों से अवगत करवाते हुए कहा कि वह रेगुलेटरी शक्तियों के साथ-साथ सार्वजनिक कल्याण सेवाओं जैसे कि अमन-कानून की व्यवस्था को बरकरार रखने के साथ-साथ स्वास्थ्य और शैक्षिक सेवाओं और सडक़ों के बुनियादी ढांचे आदि को सुनिश्चित बनाने के लिए अलग-अलग कदम उठाते हैं।
इससे पहले ए.डी.सी (ग्रामीण विकास) सोनम चौधरी और सहायक कमिश्नर (अंडर ट्रेनी) डैवी गोयल के साथ बातचीत करते हुए विद्यार्थियों ने दोनों को कई सवाल पूछे और उनके कठिन सफऱ पर चलने के लिए गहरी रूचि दिखाई। ए.डी.सी. ( ग्रामीण विकास) ने डिप्टी कमिश्नर के नेतृत्व अधीन सब-डिविजऩ स्तर पर उप मंडल मैजिस्ट्रेट, जि़ला स्तर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर समेत काम करने वाले प्रशासनिक ढांचे पर प्रकाश डाला।
विद्यार्थियों ने सेवा केंद्र का दौरा किया, जहाँ उनको सिटिजन ओरीऐंटिड सर्विसिज डिलीवरी के साथ-साथ 1076 पर डायल करके ‘भगवंत मान सरकार तुहाड़े द्वार’ पहल के अंतर्गत 43 सेवाओं की होम डिलीवरी के बारे में भी जानकारी दी गई।
उन्होंने एस.डी.एम दफ़्तर, ए.डी.सी. शहरी विकास और जनरल के दफ़्तरों का भी दौरा किया और प्रशासनिक कामकाज के बारे में जानकारी हासिल की।