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तिवारी जांच रिपोर्ट को दबा कर रखने वालों को किया जाए अकाल तखत साहिब पर तलब : गुरिंदर सिंह बाजवा

अकाल तखत साहिब के पूर्व जत्थेदार गुरदेव सिंह काउकें की रहस्मयी मौत मामले में कही यह बात

खबर खास, चंडीगढ़ :

करतापुर रावी दर्शन अभिलाषा संस्था के सचिव और कौमी इंसाफ मोर्चा की तालमेल कमेटी सदस्य गुरिंदर सिंह बाजवा ने कहा है कि अकाल तखत साहिब के पूर्व जत्थेदार भाई गुरदेव सिंह काउकें मामले में पूर्व आईपीएस अधिकारी बीपी तिवारी जांच रिपोर्ट को दबा कर रखने वाली पूर्व की दो सरकारों के प्रमुखों को जत्थेदार की ओर से अकाल तखत साहिब पर तलब किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि जगराओं पुलिस ने काउकें को घर से उठाकर अमानवीय जुल्म करके रहस्यमयी तरीके से शहीद कर दिया जबकि खुद को पंथक कहलवाने वाली बादल सरकार और अमरिंदर सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान 23 साल पूर्व अधिकारी तिवारी की जांच रिपोर्ट को दबाकर रखा।

उन्होंने कहा कि बादल परिवार ने अपने 13 साल के शासनकाल में इस रिपोर्ट की भनक कभी बाहर नहीं निकलने दी। तब पंजाब के गृहमंत्री सुखबीर सिंह बादल थे। उनका फर्ज बनता था कि आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जांच पड़ताल की जाए और आरोपियों को इस जुर्म की सजा दिलाई जाए। पर इन लोगों ने इंसाफ तो क्या दिलाना था उलटे आरोपियों को तरक्कियां देते रहे।

बाजवा ने कहा कि खुद को पंथक कहलवाने वाला बादल परिवार अपने शासनकाल में यदि अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को शहीद करने वाले दोषियों के खिलाफ ही कोई कार्रवाई नहीं कर सकता तो इस परिवार से और क्या उम्मीद की जा सकती है? बाजवा ने कहा कि बादल परिवार के गुनाहों की  गठरी इतनी भारी हो चुकी है कि यह किसी साबुन से नहीं धोई जा सकती। उन्होंने कहा कि हजारों नौजवानों का शिकार करने वाले सुमेध सिंह सैनी को इन्होंने ही डीजीपी बनाया और हजारों नौजवानों को मारने वाले आलम सेना के प्रमुख इजहार आलम और उसके परिवार को पार्टी और सरकार में बड़े पद दिए। इतना ही नहीं 1997में अकाली सरकार बनने के बाद किसी भी झूठे पुलिस मुकाबले बनाने वाले अधिकारियों की जांच नहीं करवाई बल्कि उलटा उनपर बने मामले की पैरवी सरकारी खर्चे से करते रहे और उन्हें दोहरी तरक्की देते रहे।

उन्होंने कहा कि संपूर्ण पंथ ने इनपर भरोसा करके इन्हें वोटे डालीं ताकि जो पिछले दशक से भी अधिक समय जो जुल्म पंजाब के लोगों ने झेला था, उसका इंसाफ मिल सके। दूसरे अकाली दल बादल ने 1997 के चुनावों में अपने मैनेफैस्टों में कहा था कि वह उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जिन्होंने झूठी पुलिस मुठभेडों  में पंजाब के लोगों से जुल्म किया। पर सरकार बनाते ही बादल परिवार ने अपनी ओर से किया कोई भी वादा पूरा नहीं किया।बाजवा ने कहा कि बड़ी हैरानी की बात है कि बादल परिवार के इतने गुनाहों के बावजूद भी उसके साथ लगे कुछ लोग आज भी उसे पंथक कह रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पंथ की भावनाओं को समझते हुए अकाल तखत के जत्थेदार ज्ञान रघबीर सिंह को तिवारी जांच रिपोर्ट को दबाकर रखने के जिम्मेदार लोगों को अकाल तखत पर तलब करना चाहिए। इस अवसर पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमरीक सिंह शाहपुर, इंजीनियर सुखदेव सिंह धालीवाल, सुखजिंदर सिंह चौहान, हरविंदर सिंह, बाबा गुरमेज सिंह दाबावाल आदि उपस्थित थे।

 

 

 

 

 

 

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