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सुखबीर बादल की माफी को आप प्रवक्ता ने बताया नाटक
कहा, शिअद (बादल) राजनीतिक जमीन नहीं बची इसलिए घड़ियाली आंसू बहा रहे
कंग की पंजाबियों से अपील: बादलों और उनकी नौटंकी पर बिल्कुल भरोसा न करें, गुरु साहिब के आशीर्वाद से पंजाब और पंथ हमेशा आबाद रहेगा
खबर खास, चंडीगढ़:
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने बेअदबी मुद्दे पर शिरोमणि अकाली दल (बादल) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की माफी को नाटक और घड़ियाली आंसू करार दिया है। आप ने कहा कि आठ साल बाद शिअद (बादल) अध्यक्ष अपनी गलतियों के लिए माफी मांग रहे हैं जबकि वास्तव में बेअदबी की घटनाएं और सिख संगत पर गोलीबारी गलती नहीं बल्कि गुनाह था।
गुरुवार को चंडीगढ़ पार्टी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, आप पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि 2015 में जो हुआ वह गलती नहीं बल्कि गुनाह था। ऐसे अपराधों के लिए माफी नहीं होती। इसके लिए सजा होती है। आप नेता ने कहा कि आज सुखबीर बादल कह रहे हैं कि जिन लोगों ने इन घटनाओं को अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया उन्हें बेनकाब किया जाएगा, लेकिन हम सभी जानते हैं कि यह अकाली दल और बादल परिवार ही थे, जिन्होंने बेअदबी की घटनाओं को अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया और आरोपियों का साथ दिया।
कंग ने कहा कि अकाली दल बादल को पंथ और सिखों की कोई परवाह नहीं है। उनकी सरकार में सुखबीर बादल पंजाब के गृह मंत्री थे, उन्होंने बहबल कलां और कोटकपूरा में विरोध कर रही सिख संगत पर गोलियां चलवाईं और दो निर्दोष लोगों की हत्या कर दी। इस मामले में वे खुद आरोपी हैं इसलिए आरोपी खुद को सजा कैसे दे सकता है? यह संभव ही नहीं है। लेकिन पंजाब की जनता ने अकाली दल और बादल परिवार को सज़ा दी और उन्हें पूरी तरह से नकार दिया। आज अकाली दल के पास पंजाब में कोई राजनीतिक जमीन नहीं है और वे पूरी तरह से अप्रासंगिक पार्टी बन गई है। इसलिए अचानक उन्हें पंथ, गुरु साहिब, सिख धर्म और संगत की याद आ आ गई।
कंग ने कहा कि अब सुखबीर बादल माफी मांग रहे हैं और कह रहे हैं कि वे साजिशकर्ताओं को पकड़ने में असमर्थ रहे, लेकिन फिर उन्होंने खुद कुछ लोगों को गिरफ्तार करने के बाद चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उन्हें इन घटनाओं में आरोपी के रूप में पेश करने की कोशिश की। कंग ने कहा कि शिअद ने राजनीतिक लाभ के लिए साजिशकर्ताओं और आरोपियों का साथ दिया, क्योंकि वे न केवल 2015 से बल्कि 2009 से ही उसे बचा रहे थे।
कंग ने कहा कि पंजाब के लोगों ने उन्हें पूरी तरह से खारिज कर दिया है। लोगों ने उनके हर तर्क और अपील को खारिज कर दिया है। इसलिए वे अपनी नई साजिशों में सफल नहीं हो पाएंगे। कंग ने कहा कि सुखबीर बादल ने दरबार साहिब में जो किया वह कोई माफ़ी या अफ़सोस नहीं था, वह एक राजनीतिक नाटक था। उन्होंने पहले भी पंजाब के लोगों और सिख संगत की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है और इस बार भी वे ऐसा ही करने की कोशिश कर रहे हैं।
कंग ने पंजाबियों से अपील की कि वे सुखबीर बादल के नाटक और घड़ियाली आंसुओं के झांसे में न आएं। उनकी बातों पर बिल्कुल भरोसा न करें। गुरु साहिब के आशीर्वाद से पंजाब और पंथ हमेशा आबाद रहेगा।
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