चंडीगढ़ | हरियाणा के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को 15 अप्रैल तक सभी पुस्तकें दे दी जाएंगी. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ संपन्न हुई बैठक में जानकारी दी गई कि अब प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को किसी भी एक बुक शॉप से किताबें खरीदने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकेगा.
नई शिक्षा नीति पर हुई विस्तार से चर्चा
बैठक में मौजूद शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने बताया कि बुधवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने को लेकर स्कूल, तकनीकी और उच्चतर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा हुई. इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा अधिकारियों को वित्त वर्ष 2025-26 के बजट भाषण में आए विषयों को चिन्हित कर उन पर तेजी से काम शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि बैठक में नई शिक्षा नीति को लेकर चर्चा की गई है.
प्राइवेट स्कूलों के लिए सख्त निर्देश जारी
उन्होंने कहा कि जहां तक प्राइवेट स्कूलों की मनमानी की बात है, हमने आदेश जारी किए हैं कि जो लोग बाजार खोलकर बैठे हैं उन पर सख्त कार्रवाई होगी. यह बर्दाश्त से बाहर है. बच्चों को किताबें पढ़नी हैं- चाहे वह राम की दुकान से खरीदी हों या श्याम की दुकान से. वर्दियों को लेकर भी मनमानी की खबरें आ रही हैं. स्कूल अपनी चीजों को व्यवस्थित करें, नहीं तो विभाग द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी. प्रदेश के जिन सरकारी स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं की कमी है उन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा.
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