चंडीगढ़ | हरियाणा के सरकारी स्कूलों में कार्यरत प्रशिक्षित स्नातक शिक्षकों (TGT) को मंगलवार कों बड़ा झटका दिया गया है. प्राथमिक शिक्षा विभाग में हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) के तहत तैनात सरप्लस टीजीटी की तुरंत प्रभाव से छुट्टी की जाएगी. प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के निदेशक की ओर से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को इसके लिए आदेश जारी कर दिया गया है.
क्या है सरप्लस?
आइए सबसे पहले जानते हैं कि सर प्लस क्या है. सरप्लस का अर्थ यह है कि एचकेआरएन के माध्यम से तैनात शिक्षक के पद पर रेगुलर भर्ती हो गई या जिस विषय के लिए एचकेआरएन से शिक्षक की तैनाती हुई, अब जरूरत नहीं है. एचकेआरएन के तहत, 5948 टीजीटी व 1162 पीजीटी को कॉन्ट्रैक्ट आधार पर नियुक्त किया गया था.
करीबन 90 फीसदी शिक्षक प्रभावित
सिरसा में तैनात संस्कृत के टीजीटी सरवन सोनी ने बताया कि यह आदेश टीजीटी के साथ धोखा है. रोहतक में तैनात टीजीटी नीतू और करनाल में तैनात खुसविंदर ने इसे सबको सड़क पर लेकर आने वाला निर्णय बताया है. उनका कहना है कि इसका प्रभाव प्रदेश में तैनात करीबन 90% शिक्षकों पर होगा.
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों शिक्षा विभाग ने टीजीटी सामाजिक अध्ययन के पदों को टीजीटी अंग्रेजी में चेंज दिया था. इससे एचकेआरएन के तहत तैनात काफी शिक्षकों पर प्रभाव पड़ा था. इसी प्रकार टीजीटी गणित और टीजीटी विज्ञान के पदों को भी क्रमशः एक-दूसरे विषय में बदल दिया था.
HKRN के जरिये होनी 3657 पदों पर भर्ती
अध्यापकों ने सीएम से मुलाक़ात कर सेवाएं जारी रखने की अपील की थी. अब भी 3657 पदों पर एचकेआरएन के माध्यम से नई भर्ती होनी है. यदि विभाग चाहे तो शिक्षकों को वहां समायोजित कर सकता है. आरोही मॉडल व 36 कस्तूरबा गांधी बाल वाटिका में भी पद रिक्त पड़े हैं.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!