चंडीगढ़ | हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के शासनकाल में अप्रैल 2009 में विज्ञापित भर्ती में चयनित 997 जूनियर बेसिक टीचर (JBT) के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है. फिजिकल वेरिफिकेशन में रिकॉर्ड का मिलान होने के बाद सूबे की नायब सैनी सरकार ने इन सभी टीचर्स पर दर्ज FIR को वापस ले लिया है.
हाईकोर्ट पहुंचा था मामला
साल 2011 में पूरी हुई करीब साढ़े 9 हजार जेबीटी शिक्षकों की भर्ती में से 1448 शिक्षकों की नियुक्ति संदिग्ध पाई गई थीं, जिसके बाद मामला पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चला गया था. हाईकोर्ट ने इसके बाद सभी आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे. हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य अपराध रिकार्ड ब्यूरो और मधुबन स्थित फारेंसिक लैब में आरोपित शिक्षकों के हस्ताक्षर और अंगूठे के निशानों की फारेंसिक जांच करवाई गई थी. इस फिजिकल वेरिफिकेशन में 977 जेबीटी शिक्षकों की रिपोर्ट सही आई है.
सरकार ने बहाली के दिए आदेश
फिजिकल वेरिफिकेशन सही पाए जाने पर इन टीचरों को राहत देते हुए राज्य सरकार ने इनके खिलाफ दर्ज एफआईआर वापस लेने के आदेश जारी कर दिए हैं. इसके साथ ही, सरकार ने इन टीचरों के सभी भत्ते व अन्य सुविधाएं भी बहाल करने के निर्देश दिए हैं.
स्कूल शिक्षा विभाग हरियाणा के सचिव डॉ. विवेक अग्रवाल की ओर से सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में आदेश जारी कर सरकार के फैसले से अवगत करा दिया गया है. अब जिलों में पुलिस वेरिफिकेशन के बाद उनके ऊपर दर्ज सभी मामले वापस लेने की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी. प्रदेश सरकार के इस फैसले से इन जेबीटी शिक्षकों ने राहत की सांस ली है.
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