बरेली. उत्तरप्रदेश के बरेली में मौलाना शहाबुद्दीन रजवी टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को लेकर नाराजगी जताई. उनका कहना है कि शमी ने रमजान में रोजा नहीं रखा, जो गुनाह है. शरीयत की नजर में वह मुजरिम हैं. इनको हरगिज ऐसा नहीं करना चाहिए था.
गौरतलब है कि शमी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच के दौरान ग्राउंड पर एनर्जी ड्रिंक पीते नजर आए थे. ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने आज वीडियो जारी किया. शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि शरीयत के नियमों का पालन करना सभी की जिम्मेदारी है. इस्लाम में रोजा रखना फर्ज है. अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर रोजा नहीं रखता तो वह इस्लामिक कानून के अनुसार गुनहगार माना जाता है. क्रिकेट खेलना बुरा नहीं है लेकिन धार्मिक जिम्मेदारियों को भी निभाना चाहिए.
मैं हिदायत देता हूं कि शमी शरीयत के नियमों का पालन करें और अपने धर्म के प्रति जिम्मेदार बनें. शमी 2023 वनडे वल्र्ड कप फाइनल के बाद चोटिल हो गए थे. उन्हें एड़ी की सर्जरी करानी पड़ी थी. फिर उन्हें वापसी के लिए 14 महीने का इंतजार करना पड़ा था. शमी ने चैंपियंस ट्रॉफी की बात करें तो शमी ने 4 मैच खेले हैं. 4.96 की इकोनॉमी से टूर्नामेंट में आठ विकेट लिए हैं. शहाबुद्दीन रजवी को मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी के नाम से जाना जाता है. वह भारतीय इस्लामी विद्वानए लेखक व सोशल वर्कर हैं. वह ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष और इस्लामिक रिसर्च सेंटर के संस्थापक भी हैं. रजवी ने अंग्रेजी, उर्दू, हिंदी में इस्लामी इतिहास व धर्मशास्त्र पर किताबें लिखी हैं. उनकी प्रमुख किताबों के नाम तारीख जमात रजा-ए-मुस्तफा व मुफ्ती-ए-आजम हिंद के खलीफा है.