मुंबई. प्रयागराज के महाकुंभ में दुनिया भर के लोग पहुंच रहे हैं. कोई ट्रेन से आ रहा है तो कोई हवाई जहाज से प्रयागराज पहुंच रहा है. ट्रेन और फ्लाइट का टिकट ना मिलने के कारण बड़ी संख्या में लोग अपनी पर्सनल कार से भी महाकुंभ में स्नान करने पहुंच रहे हैं. कुछ लोग ऐसे भी हैं जो फ्लाइट का महंगा किराया नहीं खरीद सकते और उनके पास अपनी पर्सनल कार नहीं है. एक शख्स इसी मुसीबत में फंसा तो 1500 किमी की दूरी स्कूटी से ही तय करने निकल पड़ा.
गौरव सूर्यकांत राणे नाम के शख्स को जब ट्रेन और फ्लाइट दोनों में टिकट नहीं मिला तो वह अपनी स्कूटी से ही मुंबई से प्रयागराज के लिए निकल पड़े. उन्होंने संकल्प लिया था कि 2025 के महाकुंभ में स्नान जरूर करेंगे. 26 जनवरी को गौरव एक बैग लेकर अपने घर से प्रयागराज के लिए निकल पड़े.
गौरव ने अपनी स्कूटी पर लिखवाया था, मुंबई टू महाकुंभ. अपनी इस यात्रा को और भी खास बनाने के लिए गौरव ने कई जगहों पर रुकने की योजना बनाई. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गौरव त्रयंबकेश्वर, ओंकारेश्वर, ममलेश्वर, उज्जैन महाकाल, काल भैरव महाराज, झांसी, ओरछा गांव और चित्रकूट से होकर गुजरने वाले हैं और रास्ते में छह से सात ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने की योजना है.
गौरव ने बताया कि वह केवल दिन के उजाले में यात्रा करते हैं ताकि रात में आराम करने के लिए उन्हें कोई सुरक्षित जगह मिल जाए. रात में आराम करने के लिए वह किसी होटल या धर्मशाला में रुकते हैं और अगले दिन फिर आगे की यात्रा शुरू कर देते हैं. गौरव अब प्रयागराज के करीब पहुंच चुके हैं. वह लंबी यात्रा की लागत या सड़क की चुनौतियों से निराश नहीं हुए बल्कि ऊर्जावान महसूस कर रहे हैं. वह महाकुंभ में स्नान करने के लिए काफी उत्साहित हैं.