चंडीगढ़ | गणतंत्र दिवस 2025 की परेड में हरियाणा की झांकी ने अपनी सांस्कृतिक विरासत, औद्योगिक तरक्की और खेल उपलब्धियों का शानदार प्रदर्शन किया. कुरुक्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व को उजागर करते हुए झांकी को तैयार किया गया जिसमें, भगवान कृष्ण ने महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन को गीता का दिव्य उपदेश दिया था. इस झांकी में भगवान कृष्ण अर्जुन को धर्म और कर्तव्य का संदेश देते हुए दिखाई दिए. इसके बीच के भाग में प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा को दर्शाया गया था. इसमें सूरजकुंड मेले से प्रेरित पारंपरिक शिल्प कला का प्रदर्शन किया गया.
खेलों में हरियाणा के योगदान को दर्शाया
झांकी के अंतिम भाग में प्रदेश के खिलाडियों के खेल क्षेत्र में योगदान को दर्शाया गया था. राज्य को एक खेल महाशक्ति के रूप में प्रस्तुत किया गया, जिसने ओलंपिक और राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के कुल पदकों का 30 प्रतिशत से अधिक हिस्सा अर्जित किया है.
बता दें कि इस साल राज्य के खिलाड़ियों ने ओलंपिक और पैरालंपिक में 16 पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया. झांकी ने दिखाया कि कैसे प्रदेश ने कुश्ती, कबड्डी, मुक्केबाजी और एथलेटिक्स में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी मजबूत पहचान बनाई है.
महिला सशक्तिकरण का दिया संदेश
इसके अलावा, झांकी में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के महत्व को भी प्रमुखता से दर्शाया गया. राज्य में लड़कियों की शिक्षा और महिला सशक्तिकरण को लेकर किए गए प्रयासों को दिखाया गया, जिससे यह संदेश गया कि हरियाणा केवल कृषि प्रधान राज्य ही नहीं, बल्कि तेजी से विकसित हो रहा औद्योगिक और सामाजिक सुधारों से युक्त प्रदेश भी है.
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