चंडीगढ़ | धान की कीमतों में गिरावट से हरियाणा के किसानों में मायूसी छाई हुई है. यह गिरावट 400 रूपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गई है. ऐसे में कम कीमत पर किसान धान (Dhan Price) बेचने से परहेज़ कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि बारीक किस्म के धान की खरीद प्राइवेट खरीदार करते है. आरोप लगाते हुए नाराज किसानों ने कहा कि कीमत घटाने और चढ़ाने में इनकी पूरी दखलंदाजी रहती है.
भाव बढ़ने के इंतजार में किसान
किसानों का कहना है कि इस समय मंडी में बासमती, 1121, 1718 किस्मों का बारीक धान आ रहा है. पिछले एक सप्ताह में इन किस्मों के भाव में 400 रूपए प्रति क्विंटल तक की गिरावट ने किसानों की कमर तोड दी है. ऐसे में फिलहाल फसल बिक्री को रोक लिया गया है और इस इंतजार में हैं कि कब कीमतों में बढ़ोतरी हो और धान की फसल बेची जा सकें.
कीमतों में गिरावट की वजह
मिलर त्रिलोक गर्ग ने बताया की जो स्थिति अनाज मंडी और चावल उद्योग में बनी है उसके पीछे एक तो खाड़ी के देशों में असामान्य हालात होना है. वहीं, चावल का निर्यात रुका है और रुपये सुरक्षित नहीं है. इस बार राजस्थान और मध्य प्रदेश में इस बार बारीक धान की फसल बहुत अधिक हुई है.
उन्होंने बताया कि मिलरों के पास पिछला स्टॉक बहुत अधिक मात्रा में फंसा है और चावल का निर्यात कम हो रहा है. राइस मिलरों के पास नया स्टॉक खरीदने की क्षमता पूरी हो चुकी है. जिसकी वजह से धान के खरीदार बहुत कम रह गए हैं. त्रिलोक गर्ग ने बताया कि इसी वजह से धान की कीमतों में गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है. इस समय राइस मिल भी भारी नुकसान में हैं. चावल के दामों में पिछले साल की तुलना में 40% तक की गिरावट आ चुकी है.
व्यापारी सतीश कुमार ने बताया कि इस समय मंडी की स्थिति दयनीय बनी हुई है. चावल की कीमतों में आई भारी गिरावट के चलते व्यापारियों का भुगतान भी फिलहाल फंसा हुआ है. चावल के दामों में आई गिरावट के कारण से ही धान की कीमत कम हो गई और मंडी में रुपये की कमी बनी हुई है.
किस्म अधिकतम दाम वर्तमान दाम
- 1718 3900 3500
- 1121 4400 4000
- 1401 3700 3300
- 1509 3200 2800
- बासमती 5900 5400
- सरबती 2600 2200
- ताज 2600 2200
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!