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चंडीगढ़ | हरियाणा में हार के अंदेशे के बावजूद भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए चुनावी परिणाम कैसे अलग रहें, इसकी एक प्रमुख वजह सामने आई है. बीजेपी चुनाव मेनेजमेंट कमेटी की पंचकूला में एक बैठक बुलाई गई थी, जिसमें भाजपा की हरियाणा में जीत की हैट्रिक के पीछे की वजहों पर चर्चा की गई.
सामने आया जीत का सबसे बड़ा फैक्टर
चुनाव मेनेजमेंट कमेटी की बैठक में सभी नेताओं ने हरियाणा में लगातार तीसरी जीत के पीछे सबसे बड़ा फैक्टर पन्ना प्रमुखों की मेहनत को बताया है. इस बैठक में उपस्थित सभी नेताओं ने पन्ना प्रमुखों के योगदान को स्वीकार किया. प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत, पार्टी के आदर्शों और देश के प्रति उनके समर्पण ने भी हरियाणा में अप्रत्याशित जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
इस बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि हरियाणा की जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनकल्याणकारी नीतियों पर मुहर लगाकर प्रदेश में लगातार तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनाने में अहम योगदान दिया है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी सदैव इलेक्शन मोड में रहती है और अब पार्टी 8 नगर निगम के चुनावों में भी जीत की लय को बरकरार रखना चाहेगी.
इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा
BJP द्वारा एक फीडबैक सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें हालिया विधानसभा चुनाव में हारने वाले 42 उम्मीदवार इसमें शामिल हुए. इस दौरान हार की विभिन्न वजहों पर चर्चा हुई. इनमें वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी करना, हारने वाले 8 मंत्रियों और विधानसभा स्पीकर के प्रति एंटी इनकम्बैंसी, किसानों और जाटों का विरोध, प्रत्याशियों का गलत चयन और मेवात इलाके में बीजेपी के शून्य प्रतिनिधित्व पर भी चर्चा हुई है.