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नई दिल्ली | हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नई दिल्ली में आयोजित नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन स्थापना दिवस के स्वर्ण जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा में अब शादियों का ट्रेंड बदल गया है. अब लोग गांव में शादी करने से पहले पूछते हैं कि गांव में 24 घंटे बिजली आती है या नहीं. अब शादी के प्रस्ताव उन्हीं गांवों में आते हैं, जहां 24 घंटे बिजली आती है.
हरियाणा में मनोहर लाल ने शुरू की थी जगमग योजना
मनोहर लाल जब हरियाणा के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने 2015 में जगमग योजना शुरू की थी. इसके तहत, गांवों को 24 घंटे बिजली देने की योजना बनाई गई थी. इसके बदले में ग्रामीणों से अपील की गई थी कि वे पूरा बिजली बिल भरें, तभी उन्हें इस योजना में शामिल किया जाएगा. इस योजना के तहत, शामिल गांवों में घरों के बाहर बिजली के खंभों पर बिजली के मीटर लगाए गए हैं.
80 फीसदी गांवों में 24 घंटे बिजली
हरियाणा में मौजूदा स्थिति की बात करें तो हरियाणा के 5814 गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति हो रही है. हरियाणा में कुल 7256 गांव हैं. प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले कुछ सालों में हरियाणा के सभी गांवों को इस योजना में शामिल किया जाए. आंकड़ों पर गौर करें तो UHBVN के तहत आने वाले 3590 गांवों में से 3341 गांवों में बिजली पहुंच रही है. वहीं, बिजली निगम के 3666 गांवों में से 2473 गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है.
औसतन 20- 22 घंटे बिजली
हरियाणा सरकार का दावा है कि वह राज्य के गांवों में औसतन 20 से 22 घंटे बिजली दे रही है, जो 2016 और 2017 में 12 से 13 घंटे थी. जगमग योजना के प्रभाव से अब गांवों में लोगों को बिजली के लंबे- लंबे कटों से छुटकारा मिला है और लोगों को अब ज्यादा बिजली आपूर्ति हो रही है. वहीं, खेतों वाली बिजली आपूर्ति की व्यवस्था में भी व्यापक सुधार देखने को मिल रहा है.