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महेंद्रगढ़ | हरियाणा स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एनएचएम कर्मचारियों से जुड़ी हुई एक बड़ी खबर सामने आ रही है. इन कर्मचारियों को दीपावली के इस शुभ मौके से पहले एक जोर का झटका लगा है. एनएचएम के निदेशक की तरफ से एक लेटर जारी किया गया है. इस लेटर ने सभी कर्मचारी को जोर का झटका दिया है. बता दें कि निदेशक के पत्र क्रमांक एनएचएम/ एडमिन/ 2024/ 6291- 6332 दिनांक 29/10/2024 द्वारा साल 2018 में दिये गये सेवा नियमों के लाभ को निरस्त कर दिया गया है.
सेवा नियमों के निरस्त होने से महंगाई भत्ता फ्रिज
इस लेटर के जारी होने के बाद कर्मचारियों में भारी रोष नजर आ रहा है. पूरे हरियाणा में लगभग 17 हजार कर्मचारी कार्य कर रहें है. अकेले महेंद्रगढ़ जिले में इन कर्मचारियों की संख्या करीब पांच सौ से अधिक है. सेवा नियमों को निरस्त करने के बाद अब इन कर्मचारियों को साल में 2 बार मिलने वाला महंगाई भत्ता फ्रीज हो चुका है. इसी प्रकार साल में एक बार होने वाली तीन प्रतिशत वेतन वृद्धि भी बंद होगी. धनतेरस के दिन जारी किए गए इस पत्र के बाद एनएचएम कर्मचारी यूनियन ने रोष व्यक्त करते हुए हुए इस फैसले को तुगलकी फरमार कहा है.
विभाग में पिछले 26 सालों से एनएचएम कर्मचारी काम कर रहे हैं. उस वक़्त की सरकार द्वारा वर्ष 2018 में एनएचएम कर्मचारियों को सर्विस बायलॉज का लाभ दिया गया था. इस लाभ के मिलने पर कर्मचारियों ने इसे एक जनकल्याणकारी कदम कहा था. स्वास्थ्य कर्मचारी संघ हरियाणा संबंधित भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हरकेश तथा जिला अध्यक्ष डा. पुष्पेन्द्र ने संयुक्त रूप से बताया है कि 2 नवंबर 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा एनएचएम कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग की सैद्धान्तिक स्वीकृति प्रदान करते की गई थी व धनतेरस के मौके पर धन की वर्षा का ऐलान किया था.
एनएचएम कर्मचारी काली दिवाली मनाने को मजबूर
अभी तक कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों का लाभ मिलना आरम्भ नहीं हुआ था और अब मंगलवार को एनएचएम कर्मचारियों के सेवा नियमों को फ्रीज कर दिया गया है. इस वजह से राज्य के लगभग 17 हजार एनएचएम कर्मचारी काली दीवाली मनाने को मजबूर है. कर्मचारियों का कहना है की दिवाली के मौके पर एक तरफ तो सरकार कर्मचारियों को महंगाई भत्ता दे रही है. वहीं, दूसरी तरफ 17000 कर्मचारियों को कितना बड़ा झटका मिला है.