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Jalandhar में अधिकारियों को जारी हुए सख्त निर्देश

डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल (Deputy Commissioner Dr. Himanshu Aggarwal) ने उच्चस्तरीय बैठक के दौरान जिले में करोड़ों रुपए की लागत से चल रही महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि विकास कार्यों को जल्द पूरा किया जाए और किसी भी तरह की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिला प्रशासकीय परिसर में आयोजित बैठक में नगर निगम जालंधर के कमिश्नर गौतम जैन और अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (शहरी विकास) जसबीर सिंह विशेष तौर पर उपस्थित थे।

डिप्टी कमिश्नर (Deputy Commissioner) ने अधिकारियों को विकास कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता के मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। बैठक के दौरान डिप्टी कमिश्नर ने रेरू-धोगड़ी रोड, लम्मा पिंड-जंडू सिंघा रोड, आदमपुर एयरपोर्ट एप्रोच रोड, बर्ल्टन पार्क में स्पोर्ट्स हब, सुभाना रेलवे अंडरपास प्रोजैक्ट, सीवरेज लाइन बिछाने के दौरान क्षतिग्रस्त सड़कों के पुनर्निर्माण सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।

डा. अग्रवाल ने कहा कि अधिकारी स्वयं फील्ड में जाकर विकास कार्यों की मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें, ताकि उन्हें तय समय में पूरा किया जा सके। रेरू-धोगड़ी रोड के काम की समीक्षा करने के बाद डिप्टी कमिश्नर ने जल आपूर्ति एवं सीवरेज विभाग के अधिकारियों को पाइपलाइन बिछाने के काम में तेजी लाने को कहा ताकि उसके बाद सड़क का काम पूरा किया जा सके। लम्मा पिंड-जंडू सिंघा सड़क की प्रगति के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए उन्होंने पी.एस.पी.सी.एल. अधिकारियों को बिजली के खंभों को शिफ्ट करने का निर्देशदिया ताकि फोरलेन सड़क का काम जल्द से जल्द पूरा किया जा सके।

बर्ल्टन पार्क में स्पोर्ट्स हब प्रोजेक्ट की समीक्षा करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने प्रोजेक्ट को अलग-अलग हिस्सों में बांटकर तय समय में पूरा करें। इसके अलावा उन्होंने सीवरेज लाइन बिछाने के दौरान क्षतिग्रस्त सड़कों के पुनर्निर्माण में तेजी लाने को कहा है।

डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि जनहित में महत्वपूर्ण इन विकास परियोजनाओं की लगातार समीक्षा की जाएगी। उन्होंने विभागों से आपसी तालमेल के साथ परियोजनाओं को युद्ध स्तर पर चलाने का आग्रह करते हुए कहा कि परियोजनाओं से संबंधित यदि कोई समस्या हो तो उसे तुरंत उनके ध्यान में लाया जाए ताकि समस्या का जल्द समाधान किया जा सके। इस दौरान सभी एस.डी.एम., नगर निगम जालंधर, लोक निर्माण विभाग, जल सप्लाई एवं सीवरेज बोर्ड, ड्रेनेज, सिंचाई विभाग, मंडी बोर्ड, नैशनल हाईवे के कार्यकारी इंजीनियर और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।