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कुंभ मेले में इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में हजार करोड़ खर्च करेगा रेल मंत्रालय, 992 विशेष ट्रेनें चलायेगा

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नई दिल्ली. रेल मंत्रालय कुंभ मेले के लिए बड़ी संख्या में विशेष ट्रेनें चलाने की दिशा में काम कर रहा है. रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुंभ मेले के दौरान 992 विशेष ट्रेनें संचालित की जाएंगी. कुंभ मेले का आयोजन अगले साल जनवरी में प्रयागराज में होना है. अधिकारियों के अनुसार, विशेष ट्रेनें चलाने के अलावा, मंत्रालय ने यात्रियों के लिए विभिन्न बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के निर्माण के लिए 933 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं.

कुंभ मेले के लिए प्रयागराज डिवीजन और आसपास के क्षेत्रों में 3,700 करोड़ रुपये की लागत से रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण का काम तेजी से किया जा रहा है ताकि ट्रेनों की सुचारू आवाजाही हो सके. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और उनके डिप्टी रवनीत सिंह बिट्टू और वी सोमन्ना ने 12 जनवरी से शुरू होने वाले कुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से निपटने के लिए व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए शनिवार को बैठकें कीं. अधिकारी ने बताया कि रेल मंत्री तैयारियों का जायजा लेने के लिए उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे जैसे संबंधित क्षेत्रों के महाप्रबंधकों सहित वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों के साथ नियमित वीडियो कॉन्फ्रेंस भी करते हैं. 

कुंभ मेले में शामिल हो सकते हैं 30-40 करोड़ लोग

अधिकारी के अनुसार, प्रयागराज, वाराणसी, दीन दयाल उपाध्याय नगर और लखनऊ जैसे संबंधित रेलवे डिवीजनों के डिवीजनल मैनेजर भी विभिन्न विकास कार्यों पर नियमित अपडेट देने के लिए इन बैठकों में भाग लेते हैं. कुंभ मेले में 30 से 50 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है, इसलिए रेल मंत्रालय ने प्रयागराज के लिए विभिन्न शहरों से 6,580 नियमित ट्रेनों के अलावा 992 विशेष ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है. रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, '2019 में 24 करोड़ से ज़्यादा लोग कुंभ मेले में शामिल हुए थे और हमने अपनी 5,000 नियमित सेवाओं के अलावा 694 स्पेशल ट्रेनें चलाई थीं. उस अनुभव के आधार पर हमने स्पेशल ट्रेनों की संख्या 42 प्रतिशत बढ़ाकर 992 करने का फ़ैसला किया है.' उन्होंने कहा, 'अगर संख्या बढ़ाने की ज़रूरत पड़ी तो हम उसके लिए भी बैकअप प्लान के साथ तैयार हैं.

रोड ओवरब्रिज के काम पर खर्च होंगे 440 करोड़ रुपये

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि विभिन्न रोड ओवरब्रिज के काम पर लगभग 440 करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है. अधिकारी ने कहा कि शेष 495 करोड़ रुपये विभिन्न गतिविधियों पर खर्च किए जा रहे हैं, जैसे स्टेशनों तक जाने वाली सड़कों की मरम्मत, प्लेटफ़ॉर्म और उसके आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाना, स्टेशन पर प्रतीक्षालय के अलावा यात्रियों के लिए अतिरिक्त आवास इकाइयां और पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं. वाराणसी और झूसी के बीच रेल लाइनों का दोहरीकरण पूरा हो चुका है, जबकि प्रयागराज-रामबाग-झूसी और जंघई-फाफामऊ लाइन कुंभ मेला शुरू होने से पहले तैयार होने की उम्मीद है.