डिप्टी कमिश्नर लुधियाना साक्षी साहनी ने संभावित स्वाइन फ्लू की रोकथाम एवं बचाव के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता की। वीडियो कॉन्फ्रैंस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त अनमोल सिंह धालीवाल, सिविल सर्जन डाॅ. प्रदीप महिंद्रा के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। उपायुक्त साक्षी साहनी ने सभी अस्पतालों में फ्लू कॉर्नर और विशेष वार्ड स्थापित करने पर जोर दिया ताकि स्वाइन फ्लू से प्रभावित मरीजों को किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े और उन्हें तुरंत स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आशा कार्यकर्त्ताओं के माध्यम से घर-घर जाकर लोगों को स्वाइन फ्लू से बचाव के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए। इसके अलावा आम आदमी क्लीनिक, विभिन्न गांवों में स्थापित डिस्पैंसरियों और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में भी जागरूकता अभियान चलाया गया। स्वाइन फ्लू संबंधी एडवाइजरी जारी करते हुए सिविल सर्जन लुधियाना डॉ. प्रदीप कुमार ने बताया कि स्वाइन फ्लू एच 1 एन 1 एक वायरल बीमारी है, मुख्य रूप से इसमें जुकाम जैसे लक्षण होते हैं जैसे कि बुखार, जुकाम, खांसी, गले में दर्द, शरीर में दर्द और कई बार सांस लेने में कठिनाई। इसके फैलाव को रोकने के लिए निम्नलिखित सावधानियां आवश्यक हैं।
स्वाइन फ्लू से कैसे करें बचाव
हाथ धोए बिना अपने मुंह, नाक या आंखों को न छुएं
* हाथों को नियमित रूप से धोना आवश्यक है, क्योंकि वायरस सबसे ज्यादा हाथों से फैलता है।
* भीड़ वाली जगहों, सभाओं या मेलों में जाने से बचें, जहां वायरस फैलने का खतरा अधिक होता है।
* बीमार व्यक्तियों से संपर्क न करें।
* अगर किसी को जुकाम या खांसी है, तो उनके साथ शारीरिक संपर्क से बचें। बीमार व्यक्तियों के साथ निकटता से वायरस फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
* स्वाइन फ्लू की पूरी तरह से पुष्टि किए बिना डॉक्टर की सलाह के बिना दवाइयां न लें।
* लोगों से हाथ मिलाने या गले मिलने से बचें। इसके बजाय दूरी बनाए रखें।
यदि आपको लक्षण महसूस हों
* अगर आपको बुखार, जुकाम, खांसी या शरीर में दर्द महसूस हो, तो तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या डॉक्टर से संपर्क करें।
* घर में रहें और दूसरों के साथ संपर्क कम करें, ताकि वायरस और लोगों में न फैले।