PM मोदी ने सेमीकॉन इंडिया 2024 का किया शुभारंभ

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ग्रेटर नोएडा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार 11 सितंबर को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में सेमीकॉन इंडिया 2024 का शुभारंभ किया. इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि हम सेमीकंडक्टर से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत फोकस कर रहे हैं. भारत के लिए चिप का मतलब सिर्फ टेक्नोलॉजी भर नहीं है, हमारे लिए यह करोड़ों एस्पिरेशंस को पूरा करने का माध्यम है. भारत का फोकस अपने स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स को सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री रेडी बनाने पर है.

उन्होंने कहा कि भारत की नीतियों के कारण ही बहुत कम समय में 1.5 ट्रिलियन रुपए से ज्यादा के इन्वेस्टमेंट इस क्षेत्र में भारत में हो चुके हैं. भारत इस क्षेत्र में 360 डिग्री एप्रोच के साथ काम कर रहा है. हमारी सरकार भारत में पूरे सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन इकोसिस्टम को आगे बढ़ा रही है. पीएम ने कहा कि इस साल लाल किले से कहा था कि हमारा सपना है कि दुनिया की हर डिवाइस में इंडियन मेड चिप हो. सेमीकंडक्टर पावर हाउस बनने के लिए जो भी जरूरी होगा भारत वो सब करने वाला है. भारत का सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम सिर्फ भारत के नहीं बल्कि ग्लोबल चैलेंजेस को भी सॉल्यूशंस प्रोवाइड करेगा. इससे पूर्व पीएम मोदी ने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया. इस दौरान उन्हें विभिन्न सेमीकंडक्टर आधारित उपकरणों एवं इनोवेशंस के विषय में जानकारी दी गई.

आप सही समय पर सही जगह पर हैं

अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का 8वां देश है जहां ग्लोबल सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री से जुड़ा यह भव्य आयोजन हो रहा है. कह सकता हूं कि आप सही समय पर सही जगह पर हैं. 21वीं सेंचुरी के भारत में द चिप्स आर नेवर डाउन और सिर्फ इतना ही नहीं, आज का भारत दुनिया को भरोसा देता है, व्हेन द चिप्स आर डाउन, यू कैन बेट ऑन इंडिया. पीएम मोदी ने कहा कि सेमीकंडक्टर की दुनिया से जुड़े आप लोगों का नाता डायोड्स से जरूर पड़ता है.

स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स को बनाएंगे सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री रेडी

पीएम मोदी ने कहा कि भारत के डिजाइनर्स और उनके जबर्दस्त टैलेंट को तो आप भलीभांति जानते हैं. डिजाइनिंग की दुनिया में 20 प्रतिशत टैलेंट का योगदान भारत करता है और इसका निरंतर विस्तार हो रहा है. हम 85 हजार टेक्नीशियंस, इंजीनियर्स और आरएंडडी एक्सपर्ट्स की सेमीकंडक्टर वर्कफोर्स तैयार कर रहे हैं. भारत का फोकस अपने स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स को सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री रेडी बनाने पर है. हाल ही में नेशनल रिसर्च फाउंडेशन की पहली बैठक हुई है. इस फाउंडेशन से भारत के रिसर्च इकोसिस्टम को एक नई दिशा भी मिलेगी, नई ऊर्जा भी मिलेगी. इसके अलावा भारत में वन ट्रिलियन रुपए का स्पेशल रिसर्च फंड भी बनाया गया है. ऐसे इनीशिएटिव से सेमीकंडक्टर और साइंस सेक्टर में इनोवेशन का दायरा बहुत ज्यादा बढऩे वाला है.

आज का युग सिलिकॉन डिप्लोमेसी का युग

क्रिटिकल मिनरल्स को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि क्रिटिकल मिनिरल्स के डॉमेस्टिक प्रोडक्शन और इसके ओवरसीज एक्विजिशन के लिए हमने कुछ दिन पहले क्रिटिकल मिनरल मिशन की घोषणा की है. क्रिटिकल मिनरल्स को कस्टम ड्यूटी से छूट देना हो, ब्लॉक्स की, माइनिंग की ऑक्शन हो, इन सब पर तेजी से काम हो रहा है. इतना ही नहीं, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस साइंस में एक सेमीकंडक्टर रिसर्च सेंटर बनाने में भी काम कर रहे हैं. हम आईआईटी के साथ पार्टनरशिप कर रहे हैं, ताकि हमारे इंजीनियर्स न सिर्फ अभी के लिए हाईटेक चिप बनाएं, बल्कि नेक्स्ट जेन चिप पर भी रिसर्च करें. हम इंटरनेशनल कोलाबरेशन को भी आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि आप लोगों ने ऑयल डिप्लोमेसी का नाम सुना है, आज का युग सिलिकॉन डिप्लोमेसी का युग है. इसी साल भारत इंडो पैसिफिक इकॉनमिक फ्रेमवर्क की सप्लाई चेन काउंसिल का वाइस चेयर चुना गया है. हम क्वॉड सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन इनीशिएटिव के भी बड़े पार्टनर हैं. हाल ही में हमने जापान और सिंगापुर समेत कई देशों के साथ एग्रीमेंट भी साइन किए हैं. इस सेक्टर में अमेरिका के साथ भी भारत अपना सहयोग लगातार बढ़ा रहा है.

भारत सेमीकंडक्टर चिप भी बनाएगा और उनके फिनिश गुड्स भी बनाएगा

पीएम मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया मिशन का लक्ष्य देश को एक ट्रांसपेरेंट, इफेक्टिव और लीकेज फ्री गवर्नेंस देना था और आज हम इसके मल्टीप्लायर इफेक्ट को महसूस कर रहे हैं. एक दशक पहले हम मोबाइल फोन्स के बड़े इंपोर्टर्स में एक थे और आज हम दुनिया के नंबर 2 प्रोड्यूसर और एक्सपोर्टर हैं. अभी एक ताजा रिपोर्ट आई है कि आज भारत 5जी हैंडसेट्स का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट बन चुका है. दो साल पहले ही हमने 5जी रोलआउट शुरू किया था और आज देखिए हम कहां से कहां पहुंच चुके हैं. आज भारत का इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर 150 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा का हो चुका है और अब तो हमारा लक्ष्य और भी बड़ा है. इस दशक के अंत तक हम अपने इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर को 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाना चाहते हैं. इससे भारत के युवाओं के लिए करीब 6 मिलिनयन यानी 60 लाख जॉब्स क्रिएट होंगी. भारत के सेमीकंडक्टर सेक्टर को भी इसका बहुत अधिक फायदा होगा. हमारा लक्ष्य है कि इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग का 100 प्रतिशत काम भारत में ही हो यानी भारत सेमीकंडक्टर चिप भी बनाएगा और उनके फिनिश गुड्स भी बनाएगा. मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग हो, इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग हो या सेमीकंडक्टर हो, हमारा फोकस एकदम क्लियर है. हम एक ऐसी दुनिया बनाना चाहते हैं जो संकट के समय भी रुके नहीं, ठहरे नहीं, निरंतर चलती रहे.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव, जितिन प्रसाद, सांसद महेश शर्मा,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के दुनिया भर से पधारे ग्लोबल लीडर्स, सीईओज और विशेषज्ञ उपस्थित रहे.