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ECI ने हरियाणा चुनाव की तारीख बदली, 1 अक्टूबर की जगह 5 को वोटिंग

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नई दिल्ली. हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख चुनाव आयोग ने बदल दी है. 90 सीटों पर चुनाव 1 अक्टूबर की जगह अब 5 अक्टूबर को होंगे. रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा. आयोग ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के भी नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित करने का ऐलान किया है. पहले दोनों राज्यों के नतीजे 4 अक्टूबर को आने वाले थे.

चुनाव आयोग ने कहा कि राजस्थान की ऑल इंडिया बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हमसे तारीख बदलने की मांग की थी. उनका कहना था कि कई पीढिय़ों से पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के कई परिवार गुरु जम्भेश्वर की याद में बीकानेर जिले में असोज महीने की अमावस्या के दौरान पैतृक गांव मुकाम में सालाना उत्सव में भाग लेते हैं. इस साल यह उत्सव 2 अक्टूबर को पड़ रहा है. इसके चलते सिरसा, फतेहाबाद और हिसार के हजारों बिश्नोई परिवार मतदान के दिन राजस्थान की यात्रा करेंगे, जिससे वे 1 अक्टूबर को वोट नहीं डाल पाएंगे.

बिश्नोई समाज का 11 विधानसभा क्षेत्रों में असर

बिश्नोई समाज की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक भिवानी, हिसार, सिरसा और फतेहाबाद जिलों में बिश्नोई बाहुल्य गांव हैं. इनका असर करीब 11 विधानसभा क्षेत्रों में है. जिनमें करीब डेढ़ लाख वोट है. इसमें आदमपुर, उकलाना, नलवा, हिसार, बरवाला, फतेहाबाद, टोहाना, सिरसा, डबवाली, ऐलनाबाद, लोहारू विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं.

चुनाव की तारीख बदलने के समर्थन में आयोग को भेजी गईं थी चिट्ठियां

हरियाणा में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने चुनाव आयोग को लेटर लिखकर कहा था कि 28 और 29 सितंबर को शनिवार-रविवार है. 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी, जबकि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और 3 अक्टूबर को अग्रसेन जयंती की छुट्टी है. इतनी लंबी छुट्टियों में वोटर बाहर घूमने निकल जाएंगे. इससे वोटिंग कम हो सकती है.  बड़ौली ने लेटर में यह भी बताया कि 2 अक्टूबर को राजस्थान में मुकाम धाम में असोज का मेला शुरू होगा. यह बिश्नोई समाज का बड़ा धार्मिक कार्यक्रम है. इस मेले में राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली से लोग पहुंचते हैं. हरियाणा में बिश्नोई समाज की जनसंख्या ज्यादा है. इसका असर भी वोटिंग पर हो सकता है.