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चंडीगढ़, 9 नवंबरः मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों पर नशों के विरुद्ध शुरु की जंग के दौरान फार्मा ओपीऔडज़ के खि़लाफ़ मिली ख़ुफ़िया जानकारी पर कार्यवाही करते हुये पंजाब पुलिस ने दिल्ली और हरियाणा स्थित फार्मा फ़ैक्टरियों से ग़ैर- कानूनी ओपीऔडज़ मैनुफ़ेक्चरिंग और सप्लाई के अंतरराज्यीय नैटवर्क का पर्दाफाश किया है। यह जानकारी आज यहाँ डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस ( डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने दी।
यह कार्यवाही फतेहगढ़ साहिब पुलिस की तरफ से अम्बाला, हरियाणा के स्थानीय नशा तस्कर गौरव सिंह उर्फ काला, जिसको 44 लीगेसिक और 44 ऐवील इंजैकशनों सहित गिरफ़्तार किया गया था, की गिरफ़्तारी के उपरांत इस मामले के अगले- पिछले संबंधों की तीन महीनों की बारीकी से जांच के बाद अमल में लाई गई है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि सप्लायर की गिरफ़्तारी के बाद मामले की जांच करते हुये फतेहगढ़ पुलिस की टीमों ने दिल्ली के ग़ैर-कानूनी फार्मा निर्माता सुमित अग्रवाल जो कि पैकसनज़ फार्मास्यूटीकलज़ प्राईवेट लिमटिड का मालिक है और जिसकी यूनिटें दिल्ली के रोहणी और हरियाणा के बहादुरगढ़ में हैं, को ट्रेस करने और गिरफ़्तार करने में कामयाब हुई।
उन्होंने बताया कि सी. आई. ए. फ़तेहगढ़ साहिब के पुलिस मुलाजिमों और दो ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम ने अपने स्थानीय ड्रग इंस्पेक्टर की मौजूदगी में बहादरगढ़ स्थित फार्मा फैक्ट्री पर छापा मारा और फैक्ट्री में से लगभग 6 लाख बिना लेबल वाले टीकों समेत कई ग़ैर-कानूनी व्यापारिक, वित्तीय, ट्रांसपोर्ट दस्तावेज़ बरामद किये। यह बरामदी इस मामले में पहले हुई 3.24 लाख गोलियों/ कैपसूल/ टीकों/ शीशियों और 2.20 लाख रुपए की ड्रग मनी की बरामदगी के इलावा है।
इस मामले में अब तक पुलिस टीमें 7 व्यक्तियों को गिरफ़्तार कर चुकी हैं। गिरफ़्तार किये गए पाँच अन्य मुलजिमों की पहचान मुहम्मद अरबाज, मुहम्मद सलमान, मुहम्मद साहबेज़, राकेश कुमार और घनश्याम शर्मा के तौर पर हुई है।
इंस्पेक्टर जनरल आफ पुलिस (आईजीपी) रोपड़ रेंज गुरप्रीत सिंह भुल्लर, जो एस. एस. पी फतेहगढ़ साहिब डा. रवजोत कौर ग्रेवाल के साथ प्रैस कान्फ़्रेंस को संबोधन कर रहे थे, ने बताया कि गौरव की गिरफ़्तारी के बाद फतेहगढ़ साहिब पुलिस ने ग़ैर- कानूनी कैमिस्टों, फार्मेसियों, गोदामों में छापेमारी की जिस कारण मुहम्मद अरबाज, मुहम्मद सलमान और मुहम्मद साहबेज़ समेत तीन और सप्लायरें को गिरफ़्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि इन तीनों सप्लायरें से पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि वह आगरा से नशीले पदार्थों की खरीददारी कर रहे थे। पुलिस टीमों ने एक अन्य मुलजिम को गिरफ़्तार किया है जिसकी पहचान राकेश कुमार के तौर पर हुई है, जिसका आगरा में नशीले पदार्थों का ग़ैर- कानूनी गोदाम है।
आईजीपी ने बताया कि गिरफ़्तार किये गए मुलजिम राकेश ने आगे खुलासा किया कि वह गाजियाबाद के लोनी देहत के व्यक्ति के संपर्क में था जिसकी पहचान घनश्याम शर्मा के तौर पर की गई है जोकि नशीले पदार्थों का थोक विक्रेता है और उसकी श्री श्यामा नामक अपनी मैडीकल एजेंसी भी है। उन्होंने आगे बताया कि घनश्याम को 02 नवंबर, 2023 को गिरफ़्तार किया गया था जिससे नशीले पदार्थों के निर्माता सुमित अग्रवाल की गिरफ़्तारी करने में सफलता मिली।
इस सम्बन्धी एफआईआर नं. 60 तारीख़ 12. 08. 23 को एन. डी. पी. एस एक्ट की धारा 22 सी के अंतर्गत थाना मूलेपुर फतेहगढ़ साहिब में मामला दर्ज किया गया है।
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