जिला कांगड़ा के विधानसभा क्षेत्र फतेहपुर के विधायक एवं पूर्व परिवहन व ऊर्जा मंत्री सुजान सिंह पठानिया का निधन हो गया। 78 वर्ष की उम्र में आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। वे लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं सहित कईयों ने उनके निधन पर शोक जताया है। सितंबर 2017 में उन्हें पैरालाइसिस अटैक आया था, तब उन्हें तुरंत आईजीएमसी अस्पताल पहुंचाया गया था। तब से उनका उपचार चल रहा था।
सुजान सिंह पठानिया ने 2017 में जीत दर्ज की थी और सातवीं बार विधायक बने थे। इस चुनाव में सुजान सिंह पठानिया ने भाजपा उम्मीदवार कपिल सिंह परमार को 1284 मतों के अंतर से हराया था। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ जुड़े हुए थे। सुजान सिंह का जन्म 22 सितंबर 1943 को लाहौर (पाकिस्तान) में हुआ था। वह एक स्नातक थे और एनएएफआरसी, देहरादून से वानिकी में प्रशिक्षित थे। सुजान सिंह पठानिया 1977 और फिर 1990, 1993, 2003 और नवंबर 2009 में (उपचुनाव) ज्वाली निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुने गए थे। पठानिया ने अपनी जिंदगी में 11 बार विधानसभा चुनाव लड़ा और इसमें सात बार जीते, जबकि चार बार उनकी हार हुई।
नेता विपक्ष और ऊना के हरोली से कांग्रेस विधायक मुकेश अग्निहोत्री ने उनके निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं विधायक सुजान सिंह पठानिया के निधन से प्रदेश को अपूर्णीय क्षति हुई है। सात बार हिमाचल विधान सभा पहुंचे पठानिया ने पार्टी और सरकार में कई ज़िम्मेवरियों का निर्वहन किया और प्रदेश वासी उन्हें हमेशा याद करेंगे। जिला कांगड़ा कांग्रेस के अध्यक्ष अजय महाजन ने भी उनके निधन पर गहरा शोक जताया है।