माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट Twitter इन दिनों अपने पक्षपातपूर्ण रवैये के चलते विवादों में है। इस बीच मेड इन इंडिया कू Koo एक चर्चा में है। आम यूजर ही नहीं बल्कि भारत सरकार भी ट्विटर से नाता तोड़ कर Koo से जुड़ रही है। हाल ही में किसान आंदोलन सहित कई मुद्दों पर भारत सरकार के साथ भी ट्विटर का टकराव सामने आया था। यह ऐप लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। बता दें कू ऐप पर कई लोकप्रिय लोगों ने अपने अकाउंट भी बना लिए हैं। इनमें से एक हैं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल। इन्होंने अपना अकाउंट कू ऐप पर बना लिया है और भी कई मंत्री एक एक कर अपना अकाउंट बना रहे हैं।
Koo App एक माइक्रो ब्लॉगिंग साइट है। इस ऐप में वह सभी खूबिया हैं जो ट्विटर में थे। आसान भाषा में कहें तो Koo मेड इन इंडिया ट्विटर है। इसमें भारत की कुल 8 भाषाओं को शामिल किया गया है। कू को ऐप और वेबसाइट दोनों ही माध्यमों से इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें शब्दों की अधिकतम सीमा 350 है।
Koo App की फंडिंग इंफोसिस के मोहनदास पाई की 3one4 कैपिटल की ओर से की गई। कू ने फंडिंग के रूप में 30 करोड़ रुपये जुटाए हैं। बता दें कि पिछले काफी समय से स्वदेशी ऐप व स्वदेशी प्रोडक्ट्स को बढ़ावा दिया जा रहा है। एक तरफ डेटा को लेकर व भारत सरकार द्वारा जारी आदेशों का पालन ट्विटर द्वारा नहीं किया जा रहा है। इसी कड़ी में कू ऐप भारतीयों के लिए नए विकल्प तैयार कर रहा है। कू ऐप को आप गूगल प्ले स्टोर और ऐप स्टोर दोनों ही जगहों से डाउनलोड कर सकते हैं।