नई दिल्ली: दोस्तों आपकों बता दे कि KCC का मुख्य उद्देश्य किसानों को कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध कराना है. इसे भारतीय किसानों को असंगठित क्षेत्र में अधिक ब्याज दरों पर पैसा उधार लेने से बचाने के लिए लॉन्च किया गया था. जरूरत पड़ने पर किसान बैंकों से लोन ले सकते हैं. इसके अलावा, फसल बीमा और सिक्योरिटी मुक्त बीमा भी उपयोगकर्ता को प्रदान किया जाता है. सस्ती दर पर लोन के लिए इस कार्ड का इस्तेमाल देश के करोड़ों किसान कर रहे हैं.
आइए जानते हैं किसान क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाले लोन के ब्याज से जुड़ी अहम बातें :-
हाल ही में मोदी सरकार ने पीएम किसान योजना का लाभ उठा रहे 2.5 करोड़ किसानों को क्रेडिट कार्ड देने का फैसला किया है. किसानों को KCC से खाद, बीज आदि के लिए आसानी से कर्ज मिल जाता है. इस पर लगने वाला ब्याज भी गतिशील है. मतलब ये कि अगर लोन लेने वाले किसान समय पर भुगतान करते हैं तो उनसे कम ब्याज दर ली जाती है. किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए किसान 1.60 लाख रुपये तक का लोन बिना किसी गारंटी के ले सकते हैं. वहीं, इस कार्ड के जरिए अधिकतम तीन लाख रुपये तक का लोन मिलता है.
इसके जरिए पांच साल में तीन लाख रुपये तक का शॉर्ट टर्म लोन लिया जा सकता है. इस कार्ड की खासियत ये है कि इसके जरिए लिया गया लोन काफी सस्ती ब्याज दर पर उपलब्ध है. फसल के लिए लिए जाने वाले लोन पर सात फीसदी की ब्याज दर वसूल की जाती है, लेकिन समय से भुगतान करने वाले किसानों को सरकार तीन प्रतिशत की सब्सिडी देती है. सस्ती दर पर लोन का फायदा किसानों को तभी मिलेगा, जब वो समय पर भुगतान करेंगे.
अगर लोन का भुगतान तय समय के बाद किया जाता है तो सात फीसदी की ब्याज दर वसूली जाती है. ऐसे में किसान अगर पैसा बचाना चाहते हैं तो किसान क्रेडिट कार्ड से लिए गए लोन का भुगतान समय पर करें. भुगतान अवधि फसल की कटाई और उसकी व्यापार अवधि के आधार पर तय की जाती है. किसानों को व्यक्तिगत दुर्घटनाओं और एसेट के लिए किसान क्रेडिट कार्ड लोन पर बीमा मिलता है. राष्ट्रीय फसल बीमा योजना KCC के लिए योग्य फसलों को कवर करती है.