माउंटेन मैन दशरथ मांझी की कहानी तो हम सभी ने सुनी है, लेकिन न जाने ऐसे कितने ही दशरथ मांझी इस दुनिया में हैं जिन्होंने अपने जीवनसाथी के प्रेम में असंभव को भी संभव कर दिखाया. ऐसी ही एक कहानी है झारखंड के खूंटी जिले के 25 वर्षीय चाडा पहान और उनकी पत्नी इमोन की. इमोन को रोज 2 किलोमीटर चल कर दूर से पानी लाना होता था. एक दिन वह बीमार पड़ गई और उनके लिए पानी लाना मुश्किल हो गया. तब उनके पति चाडा पहान ने तय किया कि वह घर के पास ही पानी की व्यवस्था करेंगे.
इसके बाद वह अपने घर के आसपास पानी ढूंढने लगे. एक दिन उन्होंने घर के पास की पहाड़ी की चट्टान से पानी टपकते देखा और उसे देखकर उनके मन में विचार आया कि क्यों न इसी स्थान पर एक कुंआ खोदा जाए तो सभी गांव वालों के लिए पानी का स्रोत बन जाए.
अकेले की खुदाई और खोद दिया कुंआ
विचार मन में आते ही चाडा ने कार्य प्रारम्भ कर दिया और एक साल से भी कम समय में उस पहाड़ी पर 25 फीट गहरा कुंआ खोद दिया. यही नहीं, उन्होंने बाकायदा पाइपलाइन बिछा कर उस कुएं से अपने गांव तक के लिए पानी लाने की व्यवस्था भी कर दी. यह कुआं उनके घर से मात्र 500 मीटर की दूरी पर है. आज उनकी इस मेहनत की बदौलत गांव के 50 से अधिक परिवारों के लिए पानी की स्थाई व्यवस्था हो गई हैं. उनकी पत्नी ने भी चाडा की इस सफल मुहिम पर खुशी जताते हुए बोला कि अब उन्हें और गांव की औरतों को पानी भरने के लिए इतनी दूर नहीं जाना पड़ेगा.