हमारे देश में अमीरी और गरीबी दोनो ही बढ़ती जा रही हैं। अमीर और अमीर हो रहा है और गरीब हर दिन गरीब होता जा रहा है।
आपको तो पता होगा कि भारत में यूनिवर्सल बेसिक इनकम को लेकर लंबे समय से बहस चल रही है। इस योजना के तहत किसी देश की सरकार अपने नागरिकों को एक तय रकम देती है। यूनिवर्सल बेसिक इनकम को लेकर हो रही बहस के बीच एक अरबपति ने नया सुझाव दिया है।

फेसबुक के उप-संस्थापक और अरब पति क्रिस ह्यूग्स का सुझाव है कि सरकार को चाहिए कि एक तरफ वह अमीरों पर 50 फीसदी टैक्स लगाए दूसरी तरफ, इसका फायदा गरीबों को दे और उन्हें हर महीने इसका फायदा दिया जाए। गरीबों के लिए हर चीज को टैक्स फ्री किया जाए।
अरबपति कारोबारी क्रिस का तर्क है कि ऐसा करने से आय असमानता को दूर किया जा सकेगा। उन्होंने अपने देश अमेरिका को लेकर कहा कि टैक्स नियमों में यह बदलाव कर सरकार उनके जैसे अमीरों से पैसे लेकर गरीबों को बांट सकती है। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा, अभी तुरंत जो कदम उठाने की जरूरत है, वह यह है कि टैक्स नीति को वापस लिया जाए, जिसने कॉरपोरेशंस पर टैक्स देनदारी कम की है।
ह्यूग्स ने सुझाव दिया कि देश में हर उस आदमी को 500 डॉलर (तकरीबन 35 हजार रुपये) का टैक्स क्रेडिट दिया जाए, जो मौजूदा समय में हर साल 50 हजार डॉलर से कम कमाता है।

ह्यूग्स ने अप्रैल में एक प्रस्ताव दिया था। इसमें उन्होंने कहा था कि अमीरों की आय और कैपिटल गेन्स पर 50 फीसदी टैक्स लगाया जाए. यह उन लोगों पर लगाया जाना चाहिए, जो हर साल 250,000 डॉलर (तकरीबन 1.71 करोड़ रुपये) कमाते हैं।

अमीरों पर टैक्स लगाकर कम आय वालों को 500 डॉलर हर महीने दिए जाने चाहिए। उनका दावा है कि इससे यह सुनिश्चित हो जाएगा कि वे सालाना कम से कम 6 हजार डॉलर (करीब 4.11 लाख रुपये) से कम न कमाएं। उन्होंने कहा कि ये पैसा भले ही लोगों की सभी जरूरतों को पूरा नहीं कर पाएगा, लेकिन ये इतना जरूर है कि उनकी रोजाना की अनिवार्य जरूरतों को पूरा कर सके।