लखनऊ। राजधानी के गाजीपुर थाना क्षेत्र में स्थित निजी अस्पताल में लूट के मामले में पुलिस ने एक पत्रकार को उसकी महिला साथी के साथ गिरफ्तार किया है। पत्रकार एक प्रतिष्ठत अखबार से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। वहीं अखबार मालिक लूट की घटना को फर्जी बताते हुये उसे फर्जी फसांये जाने का आरोप लगाया है।
निजी अस्पताल संचालक ने मरीजों से अवैध वसूली का आरोप
ज्वाला अस्पताल की संचालिका रमा श्रीवास्तव ने बताया कि कुछ दिन पहले उनके अस्पताल में एक महिला व उसका साथी पत्रकार बन कर अस्पताल में आये। जिन्होनें बताया कि यहां पर मरीजों से अवैध वसूली की जाती है। यह कहते हुए कहा कि छह लाख रुपए दो नहीं तो यहां की वीडियों बनाकर वायरल कर देंगे। जिसके बाद उन्होनें अर्दब में लेकर गल्ले से 36 हजार रुपए लूट लिए और धमकी देने लगे।
संचालिका ने पुलिस को दी लूट की सूचना
इंस्पेक्टर सुजीत कुमार राय के मुताबिक शनिवार को ज्वाला अस्पताल की संचालिका ने अस्पताल में लूटपाट की सूचना दी थी। आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों आरोपितों को पकड़ लिया। इंस्पेक्टर का कहना है कि दोनों आरोपितों ने अपना नाम कृष्णानगर क्षेत्र के भोलाखेड़ा निवासी संजीव कुमार सिंह व गोसाईगंज क्षेत्र के सुल्तानपुर रोड स्थित अहिमामऊ निवासी साक्षी श्रोतिया बताया।
झूठे मामले में फंसाये जाने की कोशिश
जब इस मामले में अखबार के मालिक से बात की गयी तो उन्होनें बताया कि हमारे पत्रकार पर लगाये गये आरोप पूरी तरह से निराधार है। हो सकता है कि महिला इलाज के लिये अस्पताल गयी हो। जहां पर उसे कुछ गलत मिला होगा। जिसका उसने वीडियो बना लिया होगा। जब वह पत्रकार के साथ उसकी सत्यता जानने गयी तो उसका गलत तरीके से वीडियो बनाकर उसे फंसा दिया। लूट की बात पूरी तरीके से फर्जी है। किसी बड़े अधिकारी की मिलीभगत से उसे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
आपका एक लाइक बताएगा कि आपको यह खबर पसंद आई है, अगर खबर पसंद है तो लाइक जरुर करें?
Loading...