राजनीति समाज का एक ऐसा सबक है जिसे समझना हर किसी के बस की बात नहीं है. यहाँ कुछ लोग किसी की भावनाओं के बूते तो कोई बहुबल के दम पर सता की सबसे ऊँची कुर्सी को हासिल करने की फिराक में रहता है. विभिन्न रंगों से सजी दुनिया की इस शोहरत को हासिल करने के लिए ना जाने कितने पैंतरे अपनाने पड़ते हैं. इन्ही पैंतरों के चंद सबूत आज हम आपको दिखाने की कोशिश करते हैं. उत्तर प्रदेश में चुनाव चल रहे हैं तो बात भी यहीं की राजनीति से जुड़े चेहरों से करना बेहतर रहेगा . आपने समाजवादी पार्टी के बहुचर्चित चेहरे डिम्पल यादव को तो अक्सर देखा ही होगा.
कहा जाता है की आकर्षक चेहरे और छरहरे बदन वाली डिम्पल यादव को जो एक बार देख ले बस देखता ही रह जाता है. डिम्पल यादव को मुलायम परिवार से विरासत में मिली राजनीतिक सम्पति के बल पर ही आज लोकसभा में समाजवादी पार्टी की सांसद, और प्रदेश के सीएम की पत्नी हैं. इतना उंचा राजनितिक रसूख होने के बावजूद भी जिस बात को आज तक वो छुपाती रही हैं हम उसी के बारे में चर्चा करने वाले हैं. आपने देखा होगा की समाजवादी पार्टी से सांसद और सीएम की पत्नी डिम्पल यादव शादी शुदा होने के बावजूद भी न गले में मंगल सूत्र पहनती है न सिंधूर और न ही माथे पर बिंदी लगाती है. वह ऐसा क्यों करती है यह आज हम आपकों बताएंगे.

आपने अगर ध्यान दिया हो तो देखा होगा कि डिम्पल अपने ड्रेस पर बहुत ध्यान देती हैं और कुछ ख़ास जगहों पर वो अपनी बिंदी और मंगलसूत्र के बिना नज़र आती हैं, तो कहीं मंगलसूत्र और बिंदी के साथ. सोशल मीडिया पर फैली खबरों के मुताबिक डिंपल यादव जब भी मुस्लिम बहुल इलाकों का दौरा करती थी तब वो कई मौकों पर अपने गले से मंगलसूत्र और माथे से बिंदी हटा लेती थी और जब वह हिन्दू बहुल इलाकों में जाती हैं तो हिन्दू महिलाओं की तरह बिंदी, मांग में सिंधूर और गले में मंगलसूत्र पहन लेती हैं.
ताकि हिन्दू समुदाय के लोग उन्हें अपना समझ कर वोट दें. वैसे यह सही है की डिम्पल यादव यह पैंतरा अपने वोट बैंक के लिए ही प्रयोग करती हैं नीचे जो विडियो हम आपको दिखाने जा रहे हैं उसमे हमारे द्वारा किया विश्लेषण आपको साफ़ दिख जाएगा की वो कैसे सुहागिन होते हुए भी कुंवारी क्यूँ दिखना चाहती हैं.
देखें वीडियो :-
आपका एक लाइक बताएगा कि आपको यह खबर पसंद आई है, अगर खबर पसंद है तो लाइक जरुर करें?
Loading...