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‘यदि ये मुझे यूं ही तंग करते रहे तो मैं हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक जाऊंगा’

आप छोड़कर भाजपा में शामिल हुए शीतल अंगुराल चंडीगढ़ में विस स्पीकर से मिलने पहुंचे
69 दिन बाद वापस लिया इस्तीफा
खबर खास, चंडीगढ़ :
पंजाब के आम आदमी पार्टी से जालंधर पश्चिम के विधायक रहे शीतल अंगुराल ने चंडीगढ़ में आज कहा कि यदि ये मुझे यूं ही तंग करते रहे तो मैं हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट तक जाऊंगा। अंगुराल अपने इस्तीफा वापिस लेने को लेकर आज चंडीगढ़ में सुबह 11 बजे विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां से मिलने पहुंचे थे। हालांकि संधवां विस में मौजूद नहीं थे ।
पत्रकारों से बातचीत में अंगुराल ने कहा कि मेरे इस्तीफे को 69 दिन हो चुके हैं। लेकिन चुनाव के बीच मेरा इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ। आज चुनाव के बाद पहला वर्किंग डे है इसलिए मुझे बुलाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि लोकतंत्र में आम आदमी पार्टी अपनी चला सकती है। उन्होंने कहा कि उनके हलके के लोग कहते हैं कि उन्होंने किसी पार्टी को नहीं अंगुराल को वोट डाली है। इसलिए मैंने भी अपना इस्तीफा वापिस ले लिया। उन्होंने कहा कि तब मैंने इस्तीफा इसलिए दिया था कि जैसे हिमाचल में लोकसभा के साथ ही विस इलेक्शन करवाए गए हैं वैसे ही उनके मामले में भी हो। ताकि चुनाव पर होने वाला बोझ पंजाब के खजाने पर न पड़े। उन्होंने कहा कि 69 दिनों तक मेरे इस्तीफे को लेकर इन्होंने मुझे पूछा नहीं। सात दिन पहले मुझे नोटिस मिला कि तीन तारीख को 11 बजे मुझे स्पीकर साहब ने बुलाया है। लेकिन वह आज यहां नहीं हैं पर मैं अपनी हाजिरी लगवाकर जाऊंगा। आज मैं अपना पक्ष रखने के लिए आया हूं। और यह यदि मुझे यूं ही खराब करते रहे तो मैं हाईकोर्ट भी जाउंगा और सुप्रीम कोर्ट भी जाउंगा।
वहीं, अपने सोशल मीडिया अकाउंट से उन्होंने मोदी का परिवार हटाने को लेकर सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह इसपर कुछ नहीं कहेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि बाबा साहिब आंबेडकर के संविधान के मुताबिक यदि आप सरकार उनसे कुछ गलत करेगी तो वह हाईकोर्ट जाएंगे।
वहीं, जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि वह भाजपा में हैं तो उन्होंने कहा कि आज मैं सिर्फ इस्तीफे के बारे में बात करुंगा।
गौर रहे कि लोकसभा चुनाव से पहले वह 27 मार्च को भाजपा में शमिल हो गए थे और विधायक पद से इस्तीफा भी दे दिया था। लेकिन मतदान संपन्न होते ही रविवार को उन्होंने इस्तीफा वापस लेने के लिए विधानसभा स्पीकर को पत्र लिखा है।
इसके बाद जब वह स्पीकर से मिलने पहुंचे तो वह नहीं मिले और विधायक को इंतजार के बाद लौटना पड़ा। उन्होंने कहा कि वह स्पीकर से मिलने पहुंचे थे लेकिन वह विधानसभा में मौजूद नहीं हैं। वह उनके सेक्रेटरी से मिलकर आए हैं। स्पीकर फिलहाल दिल्ली में हैं, जिसके चलते वह मिल नहीं सके। अब 11 जून को सुबह 11 बजे मुझे दोबारा बुलाया गया है। इस्तीफा वापस लेने का लेटर उन्होंने सेक्रेटरी के पास जमा कर दिया है, और रिसीविंग ले ली है।’ अंगुराल ने कहा कि मैं चाहता था कि लोकसभा चुनाव के साथ ही उपचुनाव हो लेकिन यह अभी तक मंजूर नहीं किया गया। यह इनकी मर्जी थी। इस्तीफा वापस लेना मेरा लोकतांत्रिक अधिकार था, जिसे मैंने इस्तेमाल किया। उन्होंने साफ किया कि स्पीकर अगर कोई कार्रवाई करते हैं तो वह अदालत का का रुख करेंगे।

इस्तीफे की कॉपी :