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चंडीगढ़ : शिअद ने एसजीपीसी सदस्य हरजिंदर कौर को पार्टी से किया निष्कासित

यूटी में पार्टी को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने के लिए की गई कार्रवाई : भूंदड़
खबर खास, चंडीगढ़ :
शिरोमणी अकाली दल ने आज शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की सदस्य हरजिंदर कौर को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।
इस संबधी निर्णय पार्टी के जनरल सचिव बलविंदर सिंह भूंदड़ द्वारा अकाली दल की चंडीगढ़ इकाई की कई शिकायतों के बाद लिया गया क्योंकि हरजिंदर कौर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार संजय टंडन की उम्मीदवारी का एकतरफा समर्थन करके केंद्र शासित प्रदेश में जानबूझकर पार्टी को नुकसान पहुंचा रही है।
पार्टी के जनरल सचिव ने कहा कि उन्हें हरजिंदर कौर के पार्टी विरोधी गतिविधियों के वीडियो सबूत मिले हैं और वह यह कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर हैं ताकि यह स्पष्ट संकेत जाए कि अकाली दल एसजीपीसी सदस्य के इस तरह के अनैतिक आचरण को कतई बर्दाश्त नही करेगा। भूंदड़ ने कहा कि यह पहली बार नही है कि एसजीपीसी सदस्य पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ गई हैं। उन्होने कहा,‘‘हमें पहले भी शिकायतें मिली थी कि हरजिंदर कौर ने भाजपा के साथ समझौता किया है और भगवा पार्टी को समर्थन देने के बदले महत्वपूर्ण पद भी प्राप्त किए हैं। उन्होने कहा कि हालांकि हमने इस उम्मीद में कोई कार्रवाई नही की कि उसे अपनी गलतियों का अहसास होगा और वह पूरे दिल से पंथक समूह में लौट आएंगीं।
उन्होने कहा कि उन्होंने इस बार चंडीगढ़ में भाजपा उम्मीदवार के लिए खुलेआम प्रचार करके सभी हदें पार कर दी हैं। ऐसा करके वह न केवल पार्टी लाइन के खिलाफ गई हैं, बलिक पंजाबियों के साथ-साथ सिख समुदाय की भावनाओं का भी अपमान किया है, जो केंद्र सरकार के किसान विरोधी रूख के साथ-साथ बंदी सिंहों को रिहा करने से इंकार करने से नाराज है। उन्होने कहा कि बंदी सिंह अपने आजीवन कारावास की सजा पूरी कर चुके हैं फिर भी 26 -27 सालों से भी अधिक समय से जेलों में बंद हैं। हरजिंदर कौर जैसी वरिष्ठ नेता को प्रलोभन में आकर अपनी पार्टी के बुनियादी सिद्धांत से बाहर जाना शोभा नही देता है।’’
भूंदड़ ने स्पष्ट किया कि हरजिंदर कौर को निष्कासित करने का निर्णय पार्टी की चंडीगढ़ इकाई के साथ सलाह मशवरा करने के बाद ही लिया गया। उन्होंने कहा,‘‘ मैंने शिकायतकर्ताओं के साथ-साथ चंडीगढ़ इकाई के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ चर्चा की, जिन्होने सर्वसम्मति से मुझसे केंद्र शासित प्रदेश में पार्टी और उसके समर्थकों के हित में यह कदम उठाने का आग्रह किया है। मुझे खबरें मिली है कि भाजपा मौजूदा संसदीय चुनाव के दौरान पार्टी नेताओं को पाला बदलने के लिए प्रलोभन दे रही है।’’
अकाली नेता ने एकजुट रहने के लिए पार्टी की चंडीगढ़ इकाई की भी सराहना करते हुए कहा कि पार्टी के नेता और पदाधिकारी अकाली दल के साथ हैं और उन्होने पहले ही पार्टी अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल को चंडीगढ़ लोकसभा सीट से संबंधित सभी मामलों पर उचित निर्णय लेने का अधिकार पहले ही दे दिया है।